2002 गुजरात दंगा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बनी BBC की डॉक्यूमेंट्री को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. भले ही भारत सरकार ने बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री 'इंडिया: द मोदी क्वेश्चन' (India: The Modi Question) को शेयर करने वाले यूट्यूब वीडियो और ट्वीट्स को हटाने का आदेश दिया हो लेकिन देशभर के अलग-अलग यूनिवर्सिटी और शहरों में इसकी स्क्रीनिंग हो रही है.
गुरुवार 26 जनवरी 2023 की शाम को हैदराबाद यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) ने बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री दिखाई.
हैदराबाद यूनिवर्सिटी कैंपस में BBC की डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग से जुड़ी कई तस्वीर और वीडियो भी सामने आई है.
एसएफआई ने कहा,
‘‘एसएफआई के आह्वान पर गणतंत्र दिवस पर आयोजित डॉक्यूमेंट्री ‘इंडिया : द मोदी क्वेश्चन' की सफल स्क्रीनिंग की गई. इसे देखने के लिए 400 से अधिक छात्र आए, जिन्होंने दुष्प्रचार और अशांति पैदा करने के एबीवीपी के प्रयासों को विफल कर दिया. एसएफआई छात्र समुदाय को सलाम करता है जो अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और परिसर में लोकतंत्र के लिए खड़े हुए हैं.''
जवाब में ABVP ने दिखाई कश्मीर फाइल्स
वहीं बीबीसी डॉक्यूमेंट्री दिखाए जाने के जवाब में RSS की स्टूडेंट्स विंग और ABVP कार्यकर्ताओं ने यूनिवर्सिटी कैंपस में कश्मीरी पंडितों से जुड़ी 'द कश्मीर फाइल्स' फिल्म की स्क्रीनिंग की. इससे पहले ABVP कार्यकर्ताओं ने यूनिवर्सिटी प्रशासन पर कैंपस में BBC की डॉक्यूमेंट्री दिखाने की अनुमति देने का आरोप लगाया था. ABVP कार्यकर्ताओं ने यूनिवर्सिटी मेन गेट पर प्रदर्शन किया था.
JNU में डॉक्यूमेंट्री स्क्रीनिंग पर हुआ था बवाल
जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट यूनियन (JNUSU) में मंगलवार, 24 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर BBC की डॉक्यूमेंट्री (BBC's documentary) दिखाने की योजना बनाई थी. हालांकि कैंपस में 8.30 बजे रात से ही बिजली नहीं थी. JNU प्रशासन ने छात्रों से कहा था कि इसकी स्क्रीनिंग न करें. यूनिवर्सिटी प्रशासन ने तो यहां तक कह दिया था कि डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग होने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी.
जेएनयू के छात्रों ने विरोध करते हुए स्टूडेंट यूनियन के ऑफिस के पास अपने-अपने लैपटॉप में इस डॉक्यूमेंट्री को स्ट्रीम करना शुरू कर दिया. उनका कहना था कि हॉस्टल में इंटरनेट कनेक्शन नहीं है. उन्होंने स्पीकर की व्यवस्था कर ली और लैपटॉप पर स्क्रीनिंग शुरू कर दी. इसी बीच डॉक्यूमेंट्री देख रहे छात्रों के ऊपर कथित रूप से दूसरे ग्रुप ने पथराव किया.
जामिया में स्क्रीनिंग को लेकर हिरासत में लिए गए थे कई छात्र
जेएनयू के बाद दिल्ली की जामिया मिलिया इस्लामिया (Jamia Millia Islamia) में बुधवार, 25 जनवरी को BBC की डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग को लेकर बवाल हुआ. डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग का आयोजन जामिया की स्टूडेंटस फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) की यूनिट द्वारा शाम 6 बजे तय किया गया था. लेकिन स्क्रीनिंग से कुछ घंटों पहले कैंपस के चारों ओर भारी सुरक्षा तैनात की गई और और कई छात्रों को हिरासत में ले लिया गया. जिसके बाद BBC डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग टाल दी गयी.
केंद्र सरकार ने बीबीसी डॉक्यूमेंट्री पर लगाई रोक
दरअसल, गुजरात दंगे और पीएम मोदी पर बीबीसी ने दो एपिसोड की एक डॉक्यूमेंट्री बनाई है पहला एपिसोड 17 जनवरी को प्रसारित हुआ और दूसरा एपिसोड 24 जनवरी को. ये दोनों ही एपिसोड ब्रिटेन में पब्लिश हुआ है. भारत में नहीं. हालांकि भारत में इसपर रोक लगा दिया गया है.
ये डॉक्यूमेंट्री एक अप्रकाशित रिपोर्ट पर आधारित है जिसे बीबीसी ने ब्रिटिश फॉरेन ऑफिस से हासिल किया है. डॉक्यूमेंट्री में ब्रिटिश विदेश विभाग की रिपोर्ट का जिक्र है, जिसमें दावा किया गया है कि नरेंद्र मोदी साल 2002 में गुजरात में हिंसा को बढ़ावा देने के लिए जिम्मेदार' थे.
इस डॉक्यूमेट्री के रीलीज होने के बाद सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने पहले एपिसोड के कई YouTube वीडियो को ब्लॉक करने के आदेश दिए हैं. भारतीय सूचना और प्रसारण मंत्रालय के सीनियर एडवाइजर कंचन गुप्ता ने ट्विटर पर लिखा है कि "YouTube पर BBCWorld के डक्यूमेंट्री के रूप में खतरनाक प्रोपेगेंडा और भारत विरोधी कचरे के लिंक शेयर करने वाले ट्वीट को भारत के संप्रभु कानूनों और नियमों के तहत ब्लॉक कर दिया गया है."
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