दिल्ली के उपराज्यपाल के पद से इस्तीफा देने वाले नजीब जंग ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. जंग ने खुलासा किया कि वह बहुत पहले ही इस्तीफा देना चाहते थे. लेकिन पीएम मोदी ने उन्हें ऐसा करने से रोक दिया था.
जंग ने न्यूज चैनल इंडिया टुडे को दिए इंटरव्यू में कहा कि जब बीजेपी की सरकार लोकसभा चुनाव जीतकर सत्ता में आई थी, तभी उन्होंने अपने इस्तीफे की पेशकश की थी. लेकिन पीएम मोदी ने उन्हें अपने पद पर बने रहने के लिए कहा. जंग ने कहा कि जब दो दिन पहले उन्होंने फिर अपने इस्तीफे के लिए पीएम से बात की तो इस बार उन्होंने हामी भर दी.
साल 2014 में जब पीएम मोदी ने शपथ ग्रहण किया तो मैं उनसे मिला और मैंने उनसे कहा कि मैं कांग्रेस द्वारा नियुक्त किया गया हूं, इसलिए अब मैं इस्तीफा देना चाहता हूं. इस पर प्रधानमंत्री ने कहा कि नहीं, कृपया अपने पद पर बने रहें.एक टीवी चैनल को दिए साक्षात्कार में बोले नजीब जंग
पीएमओ जाकर पीएम मोदी से मिले जंग
जंग ने शुक्रवार को पीएम मोदी से मुलाकात की. वह करीब 1 घंटा 20 मिनट तक पीएमओ में मौजूद रहे. गृह मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, जंग पर इस्तीफे का कोई दबाव नहीं था. हालांकि, उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया जाएगा.
इस्तीफे को लेकर चर्चाओं का दौर जारी
जंग के अचानक दिए गए इस्तीफे ने दिल्ली सरकार से लेकर केंद्र सरकार तक को हैरान कर दिया. हालांकि, दिल्ली सीएम और उपराज्यपाल जंग के बीच लंबे समय से टकराव जारी था. लेकिन जंग ने इस्तीफा देने को लेकर पहले कोई संकेत नहीं दिया था.
जंग का कार्यकाल पूरा होने में फिलहाल करीब दो साल का वक्त बाकी था. इस्तीफे के बाद पीएम मोदी से जंग की मुलाकात के बाद नए कयासों का दौर जारी हो गया है. माना जा रहा है कि जंग ने पद से इस्तीफा बीजेपी के साथ खींचतान के कारण नहीं दिया है.
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