कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में बहुत से ऐसे योद्धा हैं जो अपने परिवार को पीछे छोड़ पहले अपनी ड्यूटी को प्राथमिकता दे रहे हैं. इन्हीं में से एक हैं ग्रेटर विशाखापत्तनम नगर निगम की आयुक्त जी श्रीजना. श्रीजना ने 22 दिन पहले ही अपने बेटे को जन्म दिया और अब अपने ऑफिस लौट आई हैं. उन्होंने अपनी मैटरनिटी लीव कैंसिल कर दी.
दरअसल श्रीजना ने जब अपने बेटे को जन्म दिया, उसके कुछ दिनों के बाद ही केंद्र सरकार की तरफ से पूरे देश में लॉकडाउन का ऐलान हो गया. घर पर बैठे-बैठे उनसे देश की हालत देखी नहीं गई और वह ड्यूटी पर लौट आईं.
पति और मां करते मदद
2013 बैच की आईएएस श्रीजना से जब पूछा गया कि वह अपने आधिकारिक कामों के साथ बच्चे की देखभाल कैसे करती हैं तो उन्होंने कहा इस काम में उनके वकील पति और मां भी उनका साथ देते हैं. उन्होंने बताया कि वह काम के दौरान हर चार घंटे बाद अपने घर जाती है ताकि वह अपने बेटे को दूध पिला सकें. इसके बाद वह एक बार फिर काम पर लौट आती हैं.
श्रीजना का मानना है कि जिस चुनौती से देश गुजर रहा है. ऐसी स्थिति में मैं अपनी जिम्मेदारी निभाना चाहती थी. इस समय देश को आपातकालीन सेवाओं की जरूरत है और इसीलिए हमारे जैसे अधिकारियों के लिए काम पर रहना जरूरी हो जाता है.
गरीबों को जरूरी सामन मिलना प्राथमिकता
उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता है कि गरीबों को सभी जरूरी सामन मिलते रहें. उन्होंने कहा
कि जीवीएमसी यह सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास कर रहा है कि मैदानी स्तर पर सेनेटरी का काम हो. उन्होंने कहा इस मौके पर ड्यूटी पर लौटना और लोगों को सुरक्षित पेयजल उपलब्ध कराना ही हमारा मकसद है और इसमें मेरी कोशिश काफी छोटी है.
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