केंद्र सरकार ने ओडिशा (Odisha) कैडर के IAS अधिकारी और नवीन पटनायक के निजी सचिव और निकटतम सहयोगी वीके पांडियन के स्वैच्छिक रिटायरमेंट को मंजूरी दे दी है. इसके एक दिन बाद, राज्य सरकार ने उन्हें कैबिनेट रैंक के साथ 5T (परिवर्तनकारी पहल) और नबीन ओडिशा के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया.
राज्य के सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी एक आदेश में कहा गया है कि पांडियन सीधे मुख्यमंत्री के अधीन काम करेंगे.
इस आदेश से यह पता चलता है कि साल 2000 बैच के पूर्व नौकरशाह राज्य के शासन में प्रभाव रखना जारी रखेंगे.
प्रशासनिक तंत्र को दुरुस्त करने के लिए पटनायक के पांचवें और मौजूदा कार्यकाल में शुरू की गई 5T पहल को पांडियन का विचार माना जाता है. 5T का अर्थ Transparency, Teamwork, Technology और Time है, जो Transformation की ओर ले जाता है. इसके तहत, पटनायक सरकार ने ओडिशा में चार हजार से ज्यादा हाई स्कूलों को मॉडिफाई कक्षाओं, लैब्स और खेल के मैदानों के साथ बदलने का दावा किया है.
IAS अधिकारी से ज्यादा होगा प्रभाव
Indian Express की रिपोर्ट के मुताबिक राज्य सरकार का आदेश पांडियन की भूमिका पर कोई स्पष्टता नहीं देता है, लेकिन सूत्रों ने कहा कि पूर्व IAS अधिकारी ज्यादा अधिकारों के साथ काम करेंगे क्योंकि राज्य सरकार के प्रमुख कार्यक्रम और परियोजनाएं 5टी के तहत ली गई हैं, जिसका अब ओडिशा सरकार के लगभग हर विभाग में प्रभाव है.
ओडिशा सरकार ने हाल ही में चार हजार करोड़ रुपये की 'अमा ओडिशा, नबीन ओडिशा (हमारा ओडिशा, नया ओडिशा)' योजना को मंजूरी दी है, जिसके तहत हर पंचायत को तमाम तरह की परियोजनाएं शुरू करने के लिए 50 लाख रुपये मिलेंगे. अब इसे पांडियन के लीडरशिप में लागू किया जाएगा.
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