आईआईटी मद्रास में खुदकुशी करने वाली छात्रा फातिमा लतीफ ने अपने नोट्स में लिखा था कि उसकी मौत के लिए सुदर्शन पद्मनाभन जिम्मेदार हैं. फातिमा ने इस नोट को अपने मोबाइल पर चेक करने के के लिए कहा था. फातिमा के पिता ने इस नोट को मीडिया में शेयर किया था. अब और एक नोट शेयर हो रहा है, जिसमें कहा गया है कि फातिमा की मौत के लिए हेमचंद्रन कारा और मिलिंद ब्राह्मे जिम्मेदार हैं.
दो प्रोफेसरों को फातिमा की खुदकुशी का जिम्मेदार बताया जा रहा है
हालांकि ‘द क्विंट’ ने फातिमा के पिता अब्दुल लतीफ से इस नोट को कन्फर्म करने के लिए कहा तो उन्होंने कहा कि यह फर्जी है.डॉ. हेमचंद्र कारा आईआईटी मद्रास में इंग्लिश लिटरेचर पढ़ाते हैं. वहीं ब्राह्मे जर्मन लैंग्वेज और कंपेरेटिव लिटरेचर पढ़ाते हैं और अंबेडकर पेरियार स्टडी सर्किल के एडवाइजर हैं.
अब्दुल लतीफ का कहना है कि उन्हें नहीं पता कि इन दोनों प्रोफेसरों को फातिमा की मौत के जिम्मेदार बताने वाला नोट्स कैसे लोगों के बीच घूम रहा है.
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि फातिमा का फोन फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है और इस दावे की जल्दी ही पुष्टि हो जाएगी. हालांकि केस जांच के दायरे में होने की वजह से उन्होंने ज्यादा जानकारी देने से इनकार कर दिया.
पिता ने कहा-फातिमा के नाम से फर्जी नोट सर्कुलेट हो रहा है
फातिमा के एक दोस्त ने कहा कि सुदर्शन पद्मनाभन के भी फातिमा फेवरेट थी. हालांकि फातिमा के पिता ने इससे इनकार किया है. उनका कहना है कि जब पद्यनाभन का नाम आया तो उन्होंने यह फर्जी नोट तैयार कराया. फातिमा के पिता ने मीडिया से अपील की है उनकी बेटी का मुद्दा तब तक उठाते रहें जब तक उन्हें न्याय न मिल जाए. उन्होंने कहा कि इस हादसे के बाद उनका परिवार जैसे मर चुका है. लेकिन वह न्याय पाने के लिए आखिरी दम तक लड़ते रहेंगे.
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