इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेटर लिखकर उनके उस बयान पर सफाई मांगी है, जिसमें उन्होंने कहा था कि दवा कंपनियां, डॉक्टरों को महिलाओं, विदेश में ट्रिप और गैजेट्स रिश्वत में देती हैं. IMA ने इस लेटर में लिखा है कि इसे खारिज किया जाए या साबित किया जाए या माफी मांगा जाए.
द प्रिंट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पीएम मोदी ने 1 जनवरी को देश की टॉप दवा कंपनियों, अस्पतालों और मेडिकल डिवाइस बनाने वाली कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात की थी और उन्हें मार्केटिंग एथिक्स का सख्ती से पालन करने को कहा था.
पीएम मोदी का ये बयान एक स्वतंत्र रिपोर्ट के बाद आया, जिसमें कहा गया था कि मेडिकल प्रतिनिधि प्रोडक्ट्स को लेकर सीधे डॉक्टर से बात करते हैं और उन्हें रिश्वत देते हैं.
IMA ने कंपनियों और डॉक्टरों के डिटेल देने को कहा
एसोसिएशन ने सरकार से उन कंपनियों की जानकारी जारी करने को कहा है जो डॉक्टरों के पास महिलाएं भेजती हैं. लेटर में लिखा है, 'दोषी ठहराए गए डॉक्टरों या दूसरे डॉक्टरों के नाम पीएमओ को भेजना चाहिए. अगर डॉक्टर नैतिक रूप से दोषी पाए जाते हैं तो स्टेट मेडिकल काउंसिल को उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू करनी चाहिए.'
‘हालांकि, IMA को संशय है कि सरकार इन आरोपों को साबित कर पाएगी. अगर प्रधानमंत्री का दावा अनवेरिफाइड इंफॉर्मेशन पर आधारित है, तो उन्हें देश के डॉक्टरों से माफी मांगनी चाहिए.’पीएम मोदी को अपने लेटर में IMA ने कहा
लेटर में कहा गया है कि सरकार इसके जरिए देश में लोगों के स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे दूसरे मुद्दों से ध्यान भटकाना चाहती है. IMA ने अपने लेटर में देश में मेडिसिन को लेकर भी सरकार की आलोचना की.
IMA के लेटर के बाद फार्मास्यूटिकल एलायंस की सफाई
इंडियन फार्मास्यूटिकल एलायंस ने सफाई देते हुए कहा कि पीएम मोदी के साथ मीटिंग में फार्मा कंपनियों के डॉक्टरों को कथित रिश्वत देने पर कोई चर्चा नहीं हुई.
‘जैसा कि मीडिया में रिपोर्ट किया जा रहा है, मीटिंग में फार्मा कंपनियों के डॉक्टर्स को रिश्वत देने पर कोई चर्चा नहीं हुई. मीटिंग में चर्चा इंडस्ट्री को बढ़ावा देने की पहल तक सीमित थी. बाकी खबरें बेबुनियाद हैं.’इंडियन फार्मास्यूटिकल एलायंस
फार्मास्यूटिकल एलायंस ने कहा कि 1 जनवरी को हुई इस मीटिंग में डॉक्टर रेड्डी के सतिश रेड्डी, पीरामल ग्रुप के अजय पीरामल, सन फार्मा के दिलीप सांघवी, Wockharft के हबील खोराकीवाला समेत हेल्थकेयर इंडस्ट्री के कई लोग शामिल हुए थे.
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