क्रिसमस ट्री का गौरवमय इतिहास रहा है, मिस्र में एवरग्रीन पेड़ों के जरिए सनातन जीवन की परिकल्पना हो या फिर पागन यूरोपियन द्वारा पेड़ों का पूजा जाना. मॉडर्न क्रिसमस ट्री का जन्म जर्मनी में हुआ है जहां ‘ओ टन्नेबाउम’ आज भी त्योहारों का फेवरेट गाना है.
आज ये पारंपरिक ट्री लाइट्स और डेकोरेशन से आपको वाशिंगटन, मॉस्को और बेरुत में चमकता हुआ नजर आता है. ये ट्री अलग- अलग तरीके से बनाए जाते हैं, मेक्सिको में इस कूड़े से बनाया जाता है तो पुरानी खिड़की के फ्रेम से इसका निर्माण एस्टोनिया में होता है.
जगह, साइज कोई भी हो पैगाम सिर्फ एक ही होता है: मेरी क्रिसमस!
हर साल दुनिया के कई शहर एक नए तरीके से क्रिसमस ट्री को सजाते हैं या बनाते हैं, मकसद होता है पर्यटकों और स्थानीय लोगों का ध्यान आकर्षित करना.
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