क्विंटिलयन मीडिया के फाउंडर राघव बहल के घर और क्विंट के दफ्तर में इनकम टैक्स अधिकारियों का आॉपरेशन करीब 22 घंटे तक चला. गुरुवार सुबह 8 बजे से शुक्रवार सुबह 6 बजे तक क्विंट के दफ्तर में सर्च और सर्वे चला. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इसे मीडिया को डराने की कोशिश बताया तो पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण शौरी ने कहा कि इस तरह का कदम इस बात का सबूत है कि क्विंट सही काम कर रहा है.
11 अक्टूबर को सुबह क्विंंटिलियन मीडिया के नोएडा दफ्तर में आयकर विभाग के कुछ अधिकारी आए. आयकर विभाग के अफसरों ने बताया कि वो कंपनी के एक फ्लोर पर सर्च कर रहे हैं और दूसरे फ्लोर पर सर्वे कर रहे हैं.
बंगलुरु स्थित द न्यूज मिनट में भी आयकर विभाग के अधिकारियों ने सर्वे किया. इसमें भी क्विंटिलियन मीडिया की हिस्सेदारी है,
‘मीडिया को कुचलने की कोशिश कर रही है सरकार’
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आयकर विभाग की कार्रवाई पर तीखी प्रतिक्रिया जताई है. राहुल के मुताबिक
वो (बीजेपी) कुचलने के लिए रेड करेंगे, परेशान करेंगे, हमले करेंगे. ये उनका एजेंडा है...सरकार मीडिया को कुचलने की कोशिश कर रही है.
एडिटर्स गिल्ड के सामने राघव बहल ने अपना पक्ष रखा
एडिटर्स गिल्ड को दिए बयान में राघव बहल ने कहा..
मेरे पास एडिटर्स गिल्ड के साथ शेयर करने के लिए एक गंभीर और चिंता वाला मामला है. आज सुबह जब मैं मुंबई में था, तभी दर्जनों इनकम टैक्स अफसर मेरे आवास और द क्विंट के दफ्तर पर “सर्वेक्षण” के लिए आ धमके. हम पूरी तरह से टैक्स नियमों का पालन करते हैं, और सभी उचित वित्तीय दस्तावेजों आयकर अफसरों को उपलब्ध कराएंगे.
राघव बहल के मुताबिक उन्होंने दफ्तर में मौजूद अफसर मिस्टर यादव से बात की है.
मैंने अपने दफ्तर में मौजूद एक अफसर मिस्टर यादव से बात की है, और उनसे अनुरोध किया है कि वो किसी भी अन्य मेल-दस्तावेज को न देखें या उठाएं, क्योंकि उनमें बहुत गंभीर-संवेदनशील पत्रकारिता सामग्री हो सकती है. अगर वो ऐसा करते हैं, तो हम बेहद मजबूत सहारा लेना चाहते हैं. मुझे उम्मीद है कि एडिटर गिल्ड इस मसले पर हमारा सपोर्ट करेगी, और इस तरह के किसी भी मामले के लिए एक उदाहरण स्थापित करेगी, जो भविष्य में किसी भी अन्य पत्रकारिता संस्थान पर हो सकती है. उन्हें पत्रकारिता सामग्री की अनाधिकृत कॉपी लेने के लिए अपने स्मार्टफोन का दुरुपयोग भी नहीं करना चाहिए. मैं मुंबई से दिल्ली लौट रहा हूं.
एडिटर्स गिल्ड ने जताई चिंता
एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने पूरे मामले पर चिंता जताई है. गिल्ड का मानना है कि आयकर विभाग की इस तरह की सर्च और सर्वे मीडिया की आजादी को कमजोर कर देंगे. लिहाजा, सरकार को इस तरह की कोशिशों से बचना चाहिए.
द न्यूज मिनट के दफ्तर पर भी सर्च
बेंगलुरु के न्यूज ऑर्गेनाइजेशन ‘द न्यूज मिनट’ के दफ्तर पर भी आयकर विभाग की टीम सर्च के लिए पहुंची है. न्यूज मिनट में भी राघव बहल की हिस्सेदारी है. न्यूज मिनट के एडिटर इन चीफ धन्या राजेंद्रन ने कहा-
हम लोग आयकर अधिकारियों का पूरी तरह से सहयोग कर रहे हैं.
सर्च और सर्वे इनकम टैक्स एक्ट की अलग-अलग धाराओं के तहत किए जाते हैं. सर्वे के दौरान आयकर अधिकारी ऑफिस से कोई भी कागज बाहर नहीं ले जा सकते हैं, जबकि सर्च में ऐसा संभव है.
अकाउंट की जांच के अलावा आयकर अधिकारी क्विंट में काम करने वाले सभी कर्मचारियों का कॉन्टेक्ट डिटेल भी मांग रहे हैं.
आयकर अधिकारियों ने पहले कहा कि वह सर्वे कर रहे हैं, बाद में उन्होंने कहा कि वह आठवें फ्लोर पर सर्च कर रहे हैं.
IT अफसरों ने राघव बहल और रितु कपूर के आवास पर फोन का डेटा क्लोन करने की कोशिश की
आयकर अधिकारियों ने रितु कपूर और राघव बहल के आवास पर रितु के फोन का डेटा क्लोन करने की भी कोशिश की, जबकि सर्वे के दौरान आयकर अधिकारी ऐसा करने के लिए अधिकृत नहीं हैं.
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