Income Tax Raid on Chitra Ramkrishna: नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) की पूर्व सीईओ चित्रा रामकृष्ण (Chitra Ramkrishna) के मुंबई स्थित घर पर आयकर विभाग ने रेड मारी है. अभी तक प्राप्त जानकारी के अनुसार चित्रा रामकृष्ण के यहां छापेमारी का यह फैसला विभाग के शीर्ष लेवल से लिया गया था. इनकम टैक्स की टीमों को सुबह से ही उनके निवास की तलाशी के लिए लगा दिया गया था. छापेमारी इनकम टैक्स की मुंबई जांच शाखा द्वारा ही की जा रही है. उन पर एक आध्यात्मिक गुरू के साथ गोपनीय जानकारी शेयर करने का आरोप है.
चित्रा रामकृष्ण पर छह दिन पहले भी सेबी ने गोपनीय जानकारी को अज्ञात व्यक्ति से शेयर करने का आरोप लगाते हुए जुर्माना लगाया था और अब उन पर इनकम टैक्स छापे की यह कार्रवाई सामने आई है.
चित्रा के अलावा NSE के चीफ स्ट्रैटजिक एडवायजर रहे उन आनंद सुब्रमण्यम के चेन्नई स्थित ठिकानों पर भी आयकर की कार्रवाई हुई, जिनका नाम योगी मामले में चित्रा के साथ जुड़ा था और जिन पर सेबी ने चित्रा के साथ ही 2 करोड़ रुपये का जुर्माना भी लगाया था. हालांकि आयकर की ओर से इस रेड पर कोई अधिकृत जानकारी नहीं दी गई है, पर इसमें चित्रा व सुब्रमण्यम दोनों का जुड़ाव देखते हुए कयास लगाए जा रहे हैं कि यह रेड चमत्कारी गुरू वाले मामले में वित्तीय लेनदेन के कुछ सूत्र खंगालने के लिए ही की गई है.
छह दिन से मामला चर्चा में
आज से छह दिन पहले भी चित्रा रामकृष्ण का मामला चर्चा में आया था. तब उन पर सेबी ने 3 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया था. सेबी का आरोप है कि चित्रा ने मैनेजमेंट स्ट्रक्चर, एचआर पॉलिसी, डिविडेंड कंडीशन, एक्सचेंज की व्यावसायिक योजनाओं की जानकारी, एनएसई की बोर्ड बैठक का एजेंडा और रेगुलेटर रिस्पॉन्स जैसी महत्वपूर्ण बातों को अनजान व्यक्ति को बताया था. आरोप लगाया गया है कि rigyajursama@outlook.com मेल आईडी से चित्रा ने साल 2014 और 2016 के बीच यह जानकारी अपने चमत्कारी गुरू से शेयर की थी. चित्रा पर आनंद सुब्रमण्यन की नियुक्ति में अनियमितता का भी आरोप लगाया गया है. इस मामले में एनएसई के पूर्व सीईओ रवि नारायण और दो अन्य को भी प्रतिभूति अनुबंध नियमों का उल्लंघन करने के लिए दंडित किया गया है.
कौन हैं चित्रा
चित्रा की एनएसई को स्क्रैच से उठाकर दुनिया के सबसे अच्छे स्टॉक एक्सचेंज बनाने के लिए काफी प्रशंसा की जाती है और अब गोपनीयता भंग के आरोपों से उन पर शिकंजा कसना शुरू हो गया है.
अभी तक उनके और कथित गुरु के बीच चंद जानकारी के आदान प्रदान की बातें सामने आई हैं, लेकिन अभी तक किसी भी अवैध मौद्रिक लेनदेन या उनके द्वारा मार्केट मेनिपुलेशन किए जाने की कोई पुख्ता जानकारी सामने नहीं आई है. गोपनीयता उल्लंघन के आरोप भी बिना किसी सार्वजनिक शेयरधारक वाली एक अनलिस्टेड इकाई के लिए हैं, ऐसे में किसी भी प्रकार के अंदरूनी ट्रेड के कोई सबूत शायद न मिलें
उल्लेखनीय है कि खुद चित्रा रामकृष्ण ने योगी को जानकारी शेयर करने की बात को छिपाया नहीं है. सेबी के समक्ष प्रस्तुति के दौरान वह यह स्वीकार कर चुकी हैं कि सुब्रमण्यन कंपनसेशन मामले में वह एक 'सिद्ध योगी' से सलाह लेती थीं. यह योगी हिमालय में रहता है. आपको बता दें कि चित्रा रामकृष्ण अप्रैल 2013 से दिसंबर 2016 तक नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) की एमडी एवं सीईओ थीं.
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