भारत (India) और चीन (China) के बीच तेहरवीं कोर कमांडर स्तर की बैठक आठ घंटे चलने के बाद खत्म हो गई है. वार्ता भारतीय समय के अनुसार तकरीबन 10:30 बजे चीन के मोल्डो (Moldo) में शुरू हुई थी.
वार्ता के दौरान लद्दाख (Ladakh) के पास लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) में दोनों देशों के सेनाओ के बीच में चल रहे टकराओं को लेकर बात की गई.
इस वार्ता से पहले गुरुवार 7 सितंबर को भारतीय विदेश मंत्रालय द्वारा बयान जारी कर कहा गया था.
"भारत चीन से यह उम्मीद करता है कि वह जल्द ही पूर्वी लद्दाख में दोनों देशो की सेनाओं के बीच चल रहे सैन्य गतिरोधों को उचित नियम और प्रोटोकॉल के तहत खत्म करेगा"
गलवान घाटी में झड़प के बाद से तनाव जारी
इसके साथ ही भारतीय विदेश मंत्री सुब्रमणियम जयशंकर (S. Jaishankar) ने शंघाई कोऑपरेशन आर्गेनाईजेशन (SCO) समिट में चीन के विदेश मंत्री वांग यी (Wang YI) से बात कर पूर्वी लदाख में चल रहे सैन्य गतिरोध को खत्म करने और क्षेत्र में शान्ति बहाल करने की मांग की थी.
पिछले साल गलवान घाटी (Galwan Valley) में भारतीय और चीनी सेना के बीच हुए हुए भीषण संघर्ष में दोनों और के कई जवान शहीद हुए थे.
घटना के एक साल बाद भी दोनों देशो के बीच तनाव जारी है, दोनों देशो में 12 दौर की वार्ताओं और डिप्लोमेटिक मुलाकातों के बाद भी मामले का हल नहीं निकल पाया है.
भारत सरकार की और से कहा गया है के दोनों देशो के बीच सैन्य गतिरोध कम हुआ है, लेकिन क्षेत्र में पूर्ण शांति गतिरोध पूरी तरह से खत्म होने के बाद ही बहाल होगी.
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