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एस जयशंकर ने मास्को में की चीनी विदेश मंत्री से मुलाकात

भारतीय सेना और चीनी सेना के बीच लगाता जारी है कमांडर स्तर की बातचीत

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भारत
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विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रूस के मास्को में चीनी विदेश मंत्री से वांग यी से मुलाकात की है. उम्मीद है कि दोनों के बीच सीमा पर तनाव को लेकर बातचीत हुई है, क्योंकि जयशंकर ने साफ किया था कि बातचीत के एजेंडे में तनाव भी होगा. ये मुलाकात sco बैठक के दौरान हुई है. इस बीच खबर आई है कि भारतीय सेना ने पैंगोंग झील के पास फिंगर 4 पर चीन की पोजीशन के ऊपर पहाड़ियों पर कब्जा कर लिया. ऊंचाई पर होने की वजह से भारत, चीन की सेना की हर गतिविधि पर नजर रख सकता है.

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चीन इस इलाके में लगातार अपनी क्षमता और संख्याबल बढ़ा रहा है. लेकिन भारत के ऊंचाई पर कब्जा जमाने से अब चीन की कोई गतिविधि छुपी नहीं रह पाएगी.

न्यूज एजेंसी ANI ने सूत्रों के हवाले से बताया कि भारत ने ऊंचाई पर कब्जा अगस्त अंत में उस समय किया था, जब चीन ने पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे पर चोटियों को कब्जाने की कोशिश की थी.  

चीन ने झील के उत्तरी किनारे पर फिंगर 4 से लेकर 8 तक कब्जा जमा रखा है. डिसइंगेजमेंट की प्रक्रिया के तहत भारत ने चीन से कई बार इलाके को छोड़कर LAC पर अपनी तरफ जाने को कहा है.

ब्रिगेड कमांडर स्तर की बातचीत हुई

सीमा पर तनाव के बीच भारत और चीन लगातार बातचीत कर रहे हैं. दोनों देशों के टॉप मिलिट्री कमांडर तनाव कम करने के लिए संपर्क बनाए हुए हैं. 10 सितंबर को भी इसी सिलसिले में भारत और चीन के बीच ब्रिगेड कमांडर स्तर की बातचीत हुई है.

ANI ने भारतीय सेना के सूत्रों के हवाले से बताया, "भारत और चीन की सेनाओं ने आज पूर्वी लद्दाख में ब्रिगेड कमांडर और कमांडिंग ऑफिसर स्तर की बातचीत की. ये दोनों देशों के बीच कम्युनिकेशन जारी रखने के लिए की गई हैं."

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दोनों देशों के विदेश मंत्री की मुलाकात

LAC पर तनाव कम करने के लिए भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मॉस्को में अपने चीनी समकक्ष वांग यी से मुलाकात की है. इस मुलाकात के बारे में विदेश मंत्रालय ने कहा था-

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा, "भारत और चीन राजनयिक और मिलिट्री चैनल के जरिए स्थिति को हल करने की कोशिश कर रहे हैं. इसी बात पर दोनों देशों के रक्षा मंत्रियों के बीच सहमति बनी थी. विदेश मंत्री अपने चीनी समकक्ष से मुलाकात करेंगे और इस बात की चर्चा होगी. भारत सीमा की स्थिति शांतिपूर्ण बातचीत से हल करने के लिए प्रतिबद्ध है."

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