ADVERTISEMENTREMOVE AD

UNSC में भारत-1993 ब्लास्ट की जिम्मेदार डी कंपनी को पाक का संरक्षण

भारत ने कहा कि वो बॉर्डर-पार से समर्थित आतंकवाद का शिकार बना है

Published
भारत
2 min read
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

पाकिस्तान के सर पर फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की तलवार लटक रही है. मनी लॉन्डरिंग और टेरर फाइनेंसिंग वॉचडॉग FATF ने 2018 में पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में डाल दिया था. पाकिस्तान अब FATF की व्हाइट लिस्ट में आने की कोशिश कर रहा. इस बीच भारत ने संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान को आतंकवाद और संगठित अपराध को बढ़ावा देने को लेकर हमला बोला है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की हाई-लेवल ओपन डिबेट में भारत ने कहा कि वो बॉर्डर-पार से समर्थित आतंकवाद का शिकार बना है. भारत ने कहा, "हमने अंतरराष्ट्रीय संगठित अपराध और आतंकवाद के संबंधों का सीधा अनुभव किया है."

'क्राइम सिंडिकेट 1993 बम ब्लास्ट से आतंकी संगठन बना'

UNSC में हुई इस ओपन डिबेट में भारत ने 1993 मुंबई बम ब्लास्ट का जिक्र किया. भारत ने कहा कि सोने और जाली नोटों की तस्करी करने वाली दाऊद इब्राहिम की डी-कंपनी इस सीरियल बम ब्लास्ट से रातों-रात एक आतंकी संगठन में तब्दील हो गई थी.

इस हमले में 250 से ज्यादा लोगों की जान चली गई थी. इस बात पर हैरानी नहीं होती कि 1993 मुंबई बम ब्लास्ट करने वाले लोग पड़ोसी देश में संरक्षण में रह रहे हैं. ये देश हथियारों की ट्रैफिकिंग और ड्रग्स सप्लाई के साथ-साथ आतंकी संगठनों का साथ देता है.  
UNSC की हाई-लेवल ओपन डिबेट में भारत ने कहा

1993 मुंबई बम ब्लास्ट में टाइगर मेमन और दाऊद इब्राहिम का हाथ था. इब्राहिम की फंडिंग से मेमन ने पूरी घटना की प्लानिंग की थी.

0

'आतंकवाद की वजह ढूंढना भूसे में सुई ढूंढने के बराबर'

भारत ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र को FATF जैसे संगठनों के साथ अपना कोऑर्डिनेशन बढ़ाना चाहिए. FATF मनी लॉन्डरिंग और आतंकवाद की फंडिंग रोकने के लिए ग्लोबल स्टैंडर्ड तय कर रहा है.

आतंकवाद मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा है. आतंकवाद देशों और क्षेत्रों में फर्क नहीं करता. ये इंसानों के शांति और सुरक्षा के साथ जीने के अधिकार का सबसे बड़ा अपमान है.  
UNSC की हाई-लेवल ओपन डिबेट में भारत ने कहा

भारत ने कहा, "हम हर तरह के आतंकवाद की कड़ी निंदा करते हैं. आतंकवाद के किसी रूप का कोई समर्थन नहीं किया जा सकता है. और इसकी मूल वजह ढूंढना भूसे में सुई ढूंढने के बराबर है."

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×