भारत और चीन के बीच पिछले करीब 8 महीनों से तनाव की स्थिति बनी हुई है. तमाम बातचीत और अन्य विकल्पों के बाद भी हालात तनावपूर्ण बने हैं. अब इंडियन एयरफोर्स चीफ आरकेएस भदौरिया ने चीन को कड़ी चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि भारत के साथ लगातार टकराव चीन के लिए वैश्विक मोर्चे पर अच्छा साबित नहीं होगा. इसके अलावा एयरफोर्स चीफ ने ये भी बताया कि चीन ने कैसे सीमा पर खतरनाक हथियारों की तैनाती की है.
चीन ने तैनात की मिसाइलें और रडार
मंगलवार 29 दिसंबर को एक कार्यक्रम के दौरान एयरफोर्स चीफ भदौरिया ने उन तमाम खबरों पर मुहर लगा दी, जिनमें कहा जा रहा था कि चीन सीमा पर लगातार अपनी ताकत बढ़ाने पर लगा है. भदौरिया ने कहा कि एलएसी पर चीन ने भारी संख्या में अपने सैनिक तैनात किए हैं. उनके पास भारी मात्रा में रडार, सतह से हवा में और सतह से सहत में मार करने वाली खतरनाक मिसाइलें मौजूद हैं. उनकी तैनाती लगातार मजबूत होती जा रही है. लेकिन हमने भी सभी जरूरी तरह की कार्रवाईयां की हैं.
पाकिस्तान को मोहरा बना रहा चीन
इस ऑनलाइन इवेंट के दौरान एयरफोर्स चीफ ने कोरोना महामारी के बीच चीन से होने वाली बातचीत का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि तमाम तरह की बातचीत हुई, लेकिन हमें ये देखना होगा कि आखिर में हमने हासिल क्या किया? साथ ही भदौरिया ने पाकिस्तान का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि चीन पाकिस्तान को मोहरा बनाकर सीमा पर अपना वर्चस्व और बढ़ाना चाहता है. भारत को ऐसे किसी भी दुस्साहस का मुकाबला करने के लिए अपनी क्षमताओं को बनाए रखने की जरूरत है.
इस दौरान एयरफोर्स चीफ ने तकनीकी युद्ध की तरफ भी इशारा किया और कहा कि चीन लगातार तकनीक पर काम कर रहा है. चीन को लगातार छोटे देशों और अलगाववादियों से ड्रोन और ऐसी ही तकनीक कम लागत में मिल रही है. भदौरिया ने ड्रोन टेक्नोलॉजी और मानवरहित विमानों को आधुनिक युद्ध का अहम हिस्सा बताया.
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