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सिक्किम और लद्दाख में हुई झड़प का आपस में कनेक्शऩ नहीं: आर्मी चीफ

सेना प्रमुख ने कहा कहा सीमा की निगरानी करने वाले सैनिकों के बीच अस्थायी और छोटी झड़प नई बात नहीं है.

Published
भारत
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लद्दाख और सिक्किम सीमा पर भारतीय सेना और चीनी सेना के बीच झड़प के बाद बढ़े तनाव पर भारतीय सेना प्रमुख एमएम नरवाने ने कहा है कि, भारतीय सेना सीमा पर खासकर चीन से सटे सीमा पर हमेशा शांति बनाए रखती है. उन्होंने कहा कि, सीमा की निगरानी करने वाले सैनिकों के बीच अस्थायी और छोटी झड़प नई बात नहीं है. एलएसी पर ये अलग-अलग कारणों से होती है, जिसका हल नहीं होता है. साथ ही उन्होंने कहा, लद्दाख और सिक्किम का मुद्दा आपस में किसी तरह भी नहीं जुड़ा है.

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नरवाने ने कहा कि, सशस्त्र बल प्रोटोकॉल के अनुसार इस मुद्दे से निपटते हैं. अगर वहां मामला नहीं सुलझता है तो बातचीत का एक और स्तर लाया जाता है.

पूर्वी लद्धाख और उत्तरी सिक्किम में सैनिकों का आमना-सामना

इस हफ्ते की शुरुआत में पूर्वी लद्दाख और उत्तरी सिक्किम में भारतीय सेना और चीनी सेना के साथ आमने-सामने होने के बाद नरवाने की टिप्पणी आई है. नरवाने ने इकनॉमिक्स टाइम्स से कहा कि,

‘ये सिर्फ मौके की बात है कि पूर्वी लद्दाख और सिक्किम दोनों स्थानों पर एक ही समय में मामले सामने आए. इस बारे में ज्यादा नहीं देखना चाहिए. ये दोनों घटनाएं आपस में जुड़ी नहीं है. दोनों घटनाओं का मौजूदा घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्थितियों से कोई संबंध नहीं है.’

साल में 10 बार होते हैं सीमा पर फेस-ऑफ

ये बताते हुए कि ये फेस-ऑफ क्यों होता है, नरवाने ने कहा, 'हम निर्धारित गश्त बिंदुओं पर चलते हैं और वे अपने निर्धारित गश्त बिंदुओं पर जाते हैं. कई बार जब हम दोनों एक ही समय पर एक ही स्थान पर पहुंचते हैं, तो हम दोनों एक-दूसरे से कहते हैं, 'तुम यहां क्यों हो?' ये एक रूटीन हैं. ये फेस-ऑफ साल में 10 बार अलग-अलग सीमाओं पर होता है.

इकनॉमिक्स टाइम्स की रिपोर्ट में नरवाने के हवाले से लिखा गया है, उत्तरी सीमाओं पर इन्फ्रास्‍ट्रक्‍चर क्षमताओं का तेजी से विकास हो रहा है. यह लंबी योजना का हिस्सा है. हम सड़क और पुल का निर्माण कर रहे हैं. वे भी अपनी तरफ से बुनियादी ढांचे का विकास कर रहे हैं. अगर वाहनों की कुछ आवाजाही हो रही है तो ये इसी का हिस्सा है.

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