भारतीय सेना ने पाकिस्तान की तरफ से जारी घुसपैठ और आंतकी हमलों का करारा जवाब दिया है. सेना ने बड़ी कार्रवाई करते हुए नौशेरा में कई पाकिस्तानी पोस्ट को तबाह कर दिया है.
सेना ने नौशेरा में अपनी कार्रवाई का 30 सेकेंड का वीडियो जारी किया. वीडियो में साफ दिख रहा है कि सेना ने पाक सेना की पोस्ट पर लगातार 10-12 हमले किए, जिनमें पाकिस्तानी पोस्ट पूरी तरह से तबाह हो गई.
‘बंकरों से आतंकियों को मदद’
पाकिस्तान की तरफ से बार बार घुसपैठ और कश्मीर में बढ़ रही हिंसा की घटनाओं को देखते हुए के मेजर जनरल अशोक नरूला ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि आतंकियों की घुसपैठ को रोकने के लिए सीमा पर बेहद कड़ी कार्रवाई की गई है.
नरूला ने कहा,
पाकिस्तानी सेना अपनी चौकियों और बंकरों की मदद से आतंकियों की मदद करता रहा है. भारत ने नौशेरा में जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के पोस्ट को नष्ट कर दिया है.
भारतीय सेना ने पाकिस्तान के खिलाफ इस ऑपरेशन में रॉकेट लॉन्चर, एंटी टैंक मिसाइलें, ऑटोमेटिक ग्रेनेड लॉन्चर और रेकोईलस गन का इस्तेमाल किया था.
पाकिस्तान ने कहा- भारत का दावा झूठा
वहीं पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफ्फूर ने पाकिस्तानी बंकरों के उड़ाए जाने भारत के दावे को झुठलाते हुए कहा है कि नौशेरा सेक्टर में LoC पर पाकिस्तानी पोस्टों की तबाही और पाकिस्तान की ओर से नागरिकों पर फायरिंग को लेकर भारत का दावा पूरी तरह से झूठा है.
राजनीतिक दलों का सेना को सलाम
भारतीय सेना ने जैसे ही पाकिस्तानी बंकरों की तबाही का वीडियो जारी किया, उसके बाद से तमाम राजनीतिक दल सेना की इस कार्रवाई की तारीफ कर रहे हैं.
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि पाकिस्तान की तरफ से घुसपैठ और आतंकी हमलों का करारा जवाब देने वाले भारतीय सेना की बहादुरी को सलाम.
शिवसेना ने कहा- हम इसे करारा जवाब नहीं मानते
पाकिस्तानी बंकरों के तबाही के वीडियो पर शिवसेना के सीनियर नेता संजय राउत का मानना है कि सिर्फ बंकरों को उड़ा देने को बड़ी कार्रवाई नहीं माना जा सकता. राउत ने कहा, “मैं इसको करारा जवाब नहीं मानता हूं. हां, कार्रवाई जरूर हुई है.”
सरकार की तरफ से रक्षामंत्री अरुण जेटली ने कहा, "सरकार सेना की इस कार्रवाई की सराहना करती है. ऐसी कार्रवाई जम्मू-कश्मीर की शांति के लिए बहुत जरूरी है.''
लेकिन केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा:
विपक्ष हमेशा सबूत मांगता है और अब तो पूरा सबूत है. विपक्ष को अब यह सबूत देखना चाहिए.
बता दें कि उरी हमले के बाद 29 सितंबर को पीओके में भारतीय सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक की थी, जिसके बाद विपक्षी पार्टियों ने सरकार से इसका सबूत मांगा था.
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