सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए भारतीय नौसेना ने एक बड़ा फैसला किया है. नौसेना की तरफ से शिप या फिर नेवी एयरबेस पर किसी भी तरह के स्मार्टफोन को बैन कर दिया गया है. इसके अलावा नेवी में काम करने वाले जवानों को सोशल मीडिया साइट्स यानी फेसबुक आदि चलाने की भी इजाजत नहीं दी जाएगी. हाल ही में नेवी के कुछ जवान गुप्त जानकारियां लीक करने को लेकर पकड़े गए थे. जिसके बाद नौसेना की तरफ से ये फैसला लिया गया है.
नेवी की तरफ से इस ऐलान के बाद अब इंडियन नेवी में काम करने वाले जवान डॉकयार्ड, नेवल बेस या फिर वॉर शिप में मोबाइल का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे. इसके अलावा फेसबुक पर पूरी तरह से बैन लगा दिया गया है.
जासूसी रैकेट का हुआ था पर्दाफाश
नौसेना की तरफ से इस बड़े फैसले से कुछ ही हफ्ते पहले खुफिया एजेंसी ने पाकिस्तान से संबंध रखने वाले एक जासूसी रैकेट का पर्दाफाश किया था. जिसमें एक हवाला ऑपरेटर सहित नौसेना के सात कर्मियों को गिरफ्तार किया गया था. बताया गया कि ये गिरफ्तारियां देश के कई हिस्सों से की गईं. इस रैकेट को लेकर कई अन्य संदिग्धों से भी पूछताछ जारी है. आंध्र प्रदेश स्टेट इंटेलिजेंस विभाग ने केंद्रीय इंटेलिजेंस विभाग और नेवी इंटेलिजेंस की मदद से ऑपरेशन 'डॉल्फिन्स नोज' चलाकर एक साथ संयुक्त रूप से इस रैकेट का पर्दाफाश किया.
नेवी सूत्रों की तरफ से कहा गया है कि सोशल मीडिया और स्मार्टफोन को लेकर पहले भी ऐसे ही कुछ निर्देश मौजूद थे. नेवी ने कहा, हम समझते हैं कि इससे परेशानी हो सकती है, लेकिन ये फैसला देशहित में लिया गया है.
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