भारत और चीन के बीच LAC पर तनाव के बीच इंडियन नेवी ने अमेरिकी एयरक्राफ्ट कैरियर के साथ जॉइंट एक्सरसाइज की है. रॉयटर्स की रिपोर्ट में यूएस नेवी के हवाले से बताया गया है कि भारतीय नेवी और अमेरिकी एयरक्राफ्ट कैरियर निमिट्ज के साथ हिंद महासागर में ये एक्सरसाइज की है. इस क्षेत्र में ये दोनों नेवल फोर्सेज के बढ़ते कोऑपरेशन को दिखाता है.
USS निमिट्ज और USS रोनाल्ड रीगन को अमेरिका ने दो हफ्तों में दूसरी बार दक्षिण चीन सागर में भेजा है. अमेरिका और चीन एक दूसरे पर इस क्षेत्र में तनाव बढ़ाने का आरोप लगा रहे हैं.
भारत और चीन के रिश्ते भी तनावपूर्ण चल रहे हैं. 15 जून को पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में हुई झड़प के बाद दोनों देशों के बीच सबकुछ ठीक नहीं है. इसकी वजह से भारत अमेरिका और जापान के साथ क्षेत्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए रिश्ते मजबूत कर रहा है.
अमेरिका ने क्या कहा?
निमिट्ज कैरियर स्ट्राइक ग्रुप के कमांडर रियर एडमिरल जिम किर्क ने एक बयान में कहा कि 20 जुलाई को भारतीय नेवी के साथ हुई जॉइंट ड्रिल से दोनों फोर्सेज के बीच ऑपरेशन करने की क्षमता सुधरी है. अमेरिकी नेवी ने कहा, "हाई-एन्ड एक्सरसाइज से ट्रेनिंग और एयर डिफेंस बढ़ाया गया."
ड्रिल्स भारत के अंडमान और निकोबार आइलैंड के करीब हुईं थीं. ये आइलैंड मालाका स्ट्रेट्स के करीब है, जो कि ट्रेड और फ्यूल के लिए दुनिया के सबसे बीजी शिपिंग रूट में से एक है. आइलैंड पर भारत का एक मिलिट्री बेस है.
रॉयटर्स की रिपोर्ट बताती है कि निमिट्ज कैरियर स्ट्राइक ग्रुप इस समय खुले और फ्री इंडो-पैसिफिक के लिए हिंद महासागर में मौजूद है.
इस साल भारत अमेरिका और जापान के साथ बंगाल की खाड़ी में जॉइंट नेवल एक्सरसाइज करने जा रहा है. इस एक्सरसाइज में ऑस्ट्रेलिया को शामिल करने का भी प्रस्ताव है. चीन इस क्षेत्र में मल्टीलेटरल एक्सरसाइज का विरोध करता आया है.
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