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Tejas Express:सितंबर से चलने वाली तेजस एक्सप्रेस का रूट,समय,हर बात

इन ट्रेनों में फ्लेक्सी फेयर लगाया जाएगा, जिसे IRCTC तय करेगा. 

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भारतीय रेलवे ने दो ट्रेनों की कमान IRCTC को सौंपने का फैसला लिया है. अहमदाबाद-मुंबई सेंट्रल और दिल्ली-लखनऊ के बीच चलने वाली तेजस एक्सप्रेस ट्रेनों को चलाने का काम अब आईआरसीटीसी को दिया जाएगा. ये ट्रेनें सितंबर में चलना शुरू हो सकती हैं. IRCTC को ये ट्रेनें पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर तीन साल के लिए दी गई हैं.

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Tejas Express का किराया

सूत्रों के मुताबिक, इन ट्रेनों में फ्लेक्सी फेयर लगाया जाएगा, जिसे IRCTC तय करेगा. रेलवे में फ्लेक्सी फेयर स्कीम साल 2016 में शुरू की गई थी. इसके तहत, देश की करीब 142 प्रीमियम ट्रेन, जैसे शताब्दी, दूरंतो और राजधानी में, 10 प्रतिशत सीट बिकने के साथ-साथ, किराये में भी 10 फीसदी की बढ़ोतरी होती है. केवल एसी फर्स्ट क्लास और एग्जीक्यूटिव क्लास में फ्लेक्सी फेयर नहीं लगता.

Tejas Express का रूट

आईआरसीटीसी दो तेजस ट्रेनों की कमान संभालेगी. एक अहमदाबाद-मुंबई सेंट्रल और दूसरी दिल्ली-लखनऊ के बीच चलेगी.

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Lucknow-New Delhi Tejas Express का समय

लखनऊ से नई दिल्ली के बीच चलने वाली तेजस एक्सप्रेस लखनऊ से सुबह 6.10 पर चलेगी. ये ट्रेन कानपुर और गाजियाबाद स्टेशनों पर रुकते हुए 12.25 पर नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचेगी. वहीं वापसी में तेजस एक्सप्रेस नई दिल्ली से शाम 4.30 पर चलकर 10.45 पर लखनऊ स्टेशन पहुंच जाएगी.

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Ahemdabad-Mumbai Central Tejas Express का समय

मुंबई सेंट्रल से अहमदाबाद के बीच चलाई जाने वाली तेजस एक्सप्रेस सुबह 6.40 पर अहमदाबाद से निकलेगी. दोपहर 1.10 पर ये ट्रेन मुंबई सेंट्रल पहुंच जाएगी. रास्ते में ये ट्रेन वड़ोदरा और सूरत के रेलवे स्टेशनों पर रुकेगी. वहीं वापसी में तेजस एक्सप्रेस दोपहर 3.40 पर मुंबई सेंट्रल से निकलेगी और रात 9.55 पर अहमदाबाद पहुंच जाएगी.

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किसी दुर्घटना में रेलवे की तरह ही मिलेगी मदद

टिकट बुकिंग के लिए एक साल तक IRCTC रेलवे के ही वेब पोर्टल का इस्तेमाल करेगी. रेलवे बोर्ड ने हालांकि IRCTC को साथ-साथ अपना टिकट सिस्टम बनाने के लिए भी कहा है.

वहीं, कोई भी दुर्घटना होने पर पैसेंजरों को वही सुविधाएं दी जाएंगी, जो रेलवे के पैसेंजर्स को मिलती हैं. IRCTC के पैसेंजर्स एक्सीडेंट में क्लेम के लिए भी योग्य होंगे. पैसेंजर्स को सभी तरह की मदद मुहैया कराई जाएगी. रेलवे इन ट्रेनों का रखरखाव भी करेगा.

पैसेंजर्स को वर्ल्ड क्लास सर्विस उपलब्ध कराने के लिए निजी ऑपरेटर्स को लाने का प्रस्ताव रेलवे ने अपनी 100 दिन की योजना में पेश किया था. IRCTC को दो ट्रेनों का ऑपरेशन सौंपना, इस तरफ पहला कदम बताया जा रहा है.

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