प्राइवेट एयरलाइन इंडिगो में एक बार फिर सैलरी में कटौती होने जा रही है. कोरोना वायरस महामारी की वजह से आर्थिक हालात बिगड़ने के बाद इंडिगो ने कहा है कि उसके सीनियर कर्मचारी की सैलरी में 35 फीसदी तक की कटौती होगी. इससे पहले एयरलाइन ने कहा था कि उसे अपने 10 फीसदी स्टाफ को नौकरी से निकालना पड़ेगा.
इंडिगो के सीईओ रोनोजॉय दत्ता ने अपने सभी एम्प्लॉई को एक ईमेल भेजकर सैलरी कट की जानकारी दी है. दत्ता ने कहा है कि वो खुद की सैलरी में 35 फीसदी की कटौती कर रहे हैं.
मैं सभी सीनियर वाइस-प्रेजिडेंट और उनसे ऊपर के पदों पर बैठे लोगों से अपनी सैलरी में 30 फीसदी की कटौती लेने को कह रहा हूं. सभी पायलट की सैलरी कटौती 28 फीसदी तक बढ़ जाएगी, सभी वाइस-प्रेजिडेंट 25 फीसदी पे कट लेंगे और एसोसिएट वाइस-प्रेजिडेंट की सैलरी में 15 फीसदी कटौती होगी.रोनोजॉय दत्ता, इंडिगो के सीईओ
इंडिगो के सीईओ ने बताया कि ये सैलरी कट 1 सितंबर से प्रभावी होगा.
मई से खराब स्थिति में है इंडिगो
मई से ही इंडिगो ने सैलरी में कटौती शुरू कर दी थी. एयरलाइन ने अपने सीनियर एम्प्लॉई की सैलरी में 25 प्रतिशत तक की कटौती की थी. नए ऐलान से पहले सीईओ दत्ता की सैलरी में 25 फीसदी कटौती हो रही थी. ये सैलरी कट सीनियर वाइस-प्रेजिडेंट के लिए 20 फीसदी, वाइस-प्रेजिडेंट के लिए 15 फीसदी और एसोसिएट वाइस-प्रेजिडेंट के लिए 10 फीसदी था.
मई में ही इंडिगो एयरलाइन ने अपने बैंड D कर्मचारी और केबिन क्रू सदस्यों की सैलरी में 10% और बैंड C कर्मचारियों की सैलरी में 5% कटौती की थी. बैंड B और बैंड A कर्मचारियों की तनख्वाह में कोई बदलाव नहीं किया गया था. एयरलाइन के ज्यादातर कर्मचारी बैंड B और A में हैं.
नए ऐलान से बैंड D और C के कर्मचारियों की सैलरी में जारी कटौती नहीं बदलेगी.
मई में ही इंडिगो अनिवार्य बिना सैलरी के छुट्टी की स्कीम भी लाया था. इसमें एम्प्लॉई के लिए महीने में पांच दिन बिना सैलरी के छुट्टी पर जाना था. अगस्त में इसे 10.5 दिन प्रति माह कर दिया गया.
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