वाराणसी दौरे पर निकल चुके जापानी मेहमान शिन्जो आबे की हिफाजत के लिए प्राचीन मंदिरों के शहर में व्यापक सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं. आज शाम 4 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके जापानी समकक्ष शिन्जो वाराणसी में होंगे.
इस वक्त पूरे वाराणसी शहर की रौनक देखने लायक है और शहर आबे का स्वागत करने के लिए तैयार दिख रहा है.
दोनों नेताओं की महज 4 घंटे की इस हाई प्रोफाइल यात्रा के लिए शहर में करीब 7,000 सुरक्षा कर्मी तैनात किए गए हैं. घाटों पर आमतौर पर भारी भीड़ होती है. ऐसे में इन घाटों की सुरक्षा का जिम्मा सेना ने अपने हाथों में ले लिया है और गंगा में नौसेना को तैनात किया गया है.
जबकि वहीं राष्ट्रीय आपदा बचाव दल के गोताखोरों को अस्थायी मंच पर तैनात किया जाएगा. यह मंच नदी के तट पर पीपों की मदद से तैयार किया गया है.
मंगलवार से ही सिक्योरिटी टाइट है
आपको बता दें कि स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) के जवान शहर में मंगलवार से ही डेरा डाले हुए हैं. इसके अलावा राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी), आतंकवाद निरोधक दस्ता, केंद्रीय अर्द्धसैनिक बल और राज्य पुलिस उनकी सहायता कर रहे हैं.
संभावना है कि दोनों नेता शाम करीब चार बजे शहर के बाहरी हिस्से में बने बाबतपुर हवाईअड्डे पर उतरेंगे. वहां उनकी अगवानी उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाइक, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा और कलराज मिश्र सहित अन्य लोग करेंगे.
बाबतपुर हवाईअड्डे से दशाश्वमेध घाट तक के पूरे 22 किमी लंबे रास्ते पर दोनों प्रधानमंत्रियों का स्वागत करते हुए तरह-तरह के पोस्टर, बैनर आदि लगाए गए हैं. इनमें से कुछ पोस्टरों-बैनरों पर जापानी भाषा में संदेश लिखे गए हैं.
दशाश्वमेध घाट पर शाम की गंगा आरती के बाद मोदी और आबे रात्रि भोज में गणमान्य अतिथियों से संवाद करेंगे. प्रख्यात शहनाई वादक दिवंगत उस्ताद बिस्मिल्ला खान के बेटे जामिन हुसैन दोनों नेताओं के स्वागत में यहां आयोजित एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में शहनाई बजाएंगे.
रात्रि भोज में राज्यपाल, मुख्यमंत्री, कुछ केंद्रीय मंत्रियों समेत सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव, प्रख्यात संगीतज्ञ और पद्म भूषण सम्मान से सम्मानित पंडित छन्नूलाल मिश्र, रचनाकार नीरजा माधव और समाज के विभिन्न वर्गों की जानीमानी हस्तियां शामिल होंगी.
रात लगभग आठ बजे दोनों प्रधानमंत्री नई दिल्ली वापस लौटेंगे.
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