इंदौर (Indore) शहर पिछले 6 सालों से लगातार देशभर में स्वच्छता के मामले में नंबर वन का खिताब जीत रहा है. स्मार्ट सिटी, मेट्रो के साथ-साथ सैकड़ों करोड़ों रुपए की विकास योजनाएं शहर में चल रही हैं. लेकिन इसके बावजूद बारिश के मौसम में विकास के तमाम दावों की पोल खुलती नजर आती है. एक वीडियो इंदौर शहर के महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज के पास का सामने आया है, जिसमें एक युवक बारिश के मौसम में सड़क पर पानी भर जाने पर तैरता हुआ नजर आ रहा है.
5 इंच में बारिश ने ही मचा दी 'हाय तौबा'
इंदौर में मानसून को आए ज्यादा वक्त नहीं हुआ है, लेकिन सड़कों और गलियों का नजारा मानसून के पीक वक्त जैसा है. रास्तों पर लबालब पानी भरा हुआ है और गलियों की नालियां जाम हो चुकी है.
हालात इतने बदतर हो चुके हैं कि घरों से बाहर लोगों के सामान और वाहन तक बहने लगे हैं. शहर की औसत बारिश 37 इंच की है. मतलब शहर में बारिश का कोटा पूरा होने के लिए 37 इंच बारिश जरूरी है.
अब तक सिर्फ 5 इंच पानी बरसा है, लेकिन इतनी बारिश ने ही शहर के विकास की पोल खोल कर रख दी है. पिछले 3 हफ्तों से तालाबों का वाटर लेवल भी कम होने का नाम नहीं ले रहा है.
बैठकों का दौर जारी: महापौर
मामले में इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि जलभराव को लेकर लगातार बैठकें की जा रही है. जल्द ही इसपर प्लान बनाकर परमानेंट समाधान निकाला जाएगा. फिलहाल निगम की एक टीम जलभराव पर विशेष रूप से काम कर रही है. उन्होंने कहा कि ड्रैनेज की समस्या को लेकर नई मशीनें भी प्रस्तावित हैं.
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