मध्य प्रदेश के इंदौर में एक चूड़ी बेचने वाले की पिटाई (Indore Bangle Vendor Thrashed) पर विपक्ष ने राज्य की शिवराज सरकार को घेरा है. 22 अगस्त को इंदौर से एक चूड़ी की पिटाई का वीडियो सामने आया था. पीड़ित की पहचान तसलीम नाम के शख्स के रूप में हुई थी. राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने इस मामले पर संज्ञान लेते हुए जिला मजिस्ट्रेट से रिपोर्ट मांगी है AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि 'शख्स का जुर्म इतना है कि वो मुसलमान होने के बावजूद चुपचाप लिंच नहीं हुआ.'
वीडियो वायरल होने के बाद, पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने मामला तो दर्ज कर लिया, लेकिन एक दूसरे मामले में उसे गिरफ्तार कर लिया है. तस्लीम पर पॉक्सो एक्ट समेत 9 गंभीर धाराओं में केस दर्ज हुआ है. साथ ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार भी कर लिया है.
राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने लिया संज्ञान
इस घटना पर राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने संज्ञान लिया है. आयोग ने कहा कि सांप्रदायिक हमले की ऐसी घटनाएं देश के धर्मनिरपेक्ष ढांचे के लिए खतरा है, और अल्पसंख्यकों की धार्मिक भावनाओं को आहत करती हैं.
आयोग ने जिला मजिस्ट्रेट को निर्देश देते हुए मामले में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. आयोग ने ये भी पूछा है कि आरोपियों के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई है.
ओवैसी, कांग्रेस ने शिवराज सरकार को घेरा
ओवैसी ने लिखा, "इंदौर में चूड़ियां बेचने वाले तसलीम को एक उग्रवादी भीड़ ने बेरहमी से पीटा. अब पुलिस ने तसलीम के खिलाफ ही FIR दर्ज कर दिया. तसलीम का जुर्म ये है के वो मुसलमान होने के बावजूद चुप-चाप लिंच नहीं हुआ. उसको लूटने और मारने वाले अभी तक गिरफ्तार नहीं हुए."
ओवैसी ने राज्य के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा पर भी निशाना साधा, जिन्होंने कहा था कि शख्स, हिंदू नाम रख कर चूड़ियां बेच रहा था. उन्होंने कहा, "मध्य प्रदेश के गृहमंत्री भी खुल के अपराधियों के लिए बहाने बना रहे है. चुनी हुई सरकारों और उग्रवादी भीड़ों में कोई फर्क नहीं रहा."
मध्य प्रदेश कांग्रेस ने घटना पर गृहमंत्री के बयान को 'अमानवीय' और 'अराजक' बताया. वहीं, राज्य सरकार पर हमला बोलते हुए कांग्रेस ने लिखा- 'जंगलराज'.
कांग्रेस नेता इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा कि अपनी छवि बचाने के लिए सरकार ने पीड़ित पर मुकदमा कर दिया है. FIR की कॉपी ट्वीट करते हुए उन्होंने कहा, "कितना आसान है अपनी छवि बचाने के लिए पीड़ित पर ही ढेर सारी धाराओं में मुकदमें लाद देना, लोकतांत्रिक मूल्यों की जड़ों को खोखला करने में ये सब घटनायें मील का पत्थर साबित होंगी. शिवराज चौहान जी, क्या यही न्याय है?"
मामले में पुलिस की प्रतिक्रिया
पुलिस ने इस मामले में अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. 14 आरोपियों में से राकेश पंवार, राजकुमार भटनागर और विवेक व्यास को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस ने कहा कि वो अन्य आरोपियों की पहचान करने की प्रक्रिया में हैं.
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