पूरी दुनिया में आज अंतराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जा रहा है. अपने वजूद और आजादी के लिए लड़ती महिलाओं को आज पूरी दुनिया सलाम कर रही है.आज का दिन महिलाओं के नाम है. इसलिए अपनी जिंदगी में मौजूद महिलाओं के लिए इसे और खास बनाएं. ये मैसेज भेजकर उन्हें एहसास दिलाएं की वो आपके लिए कितनी अहम हैं.
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हे नारी
हे नारी, तू सीता के मन में समाई तू राधा के मन में समाई साधू-संत जिसे स्वर्ग कहते हैं तू धरती पर वही मुक्ति है
नारी तुम प्रेम हो
नारी तुम प्रेम हो, आस्था हो, विश्वास हो टूटी हुई उम्मीदों की एक आस हो हर जान का तुम ही तो आधार हो नफरत की दुनिया में तुम ही तो प्यार हो उठो अपने अस्तित्व को संभालो केवल एक दिन ही नहीं हर दिन के लिए तुम खास हो.
वो शक्ति है नारी
मुस्कुराकर, दर्द भुलाकर रिश्तों में बंद थी दुनिया सारी हर पग को रौशन करने वाली वो शक्ति है एक नारी
मैं आदि और अंत हूं
मैं रस्मों रिवाज का ठीहा नहीं हूं, सिंदूर पोतने और मंगल सूत्र चढ़ाने वाला पत्थर नहीं हूं, मैं आग हूं. मेरा अंश ही है वंश, अपने रक्त, मेरु, मज्जा से, अपने ममत्व में भीगती हुई दुनिया को रचती हूं, मैं आदि और अंत हूं.
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नारी तुम प्रेम हो, आस्था हो, विश्वास हो
दिन की रोशनी ख्वाबों को बनाने मे गुजर गई, रात की नींद बच्चे को सुलाने मे गुजर गई, जिस घर मे मेरे नाम की तखती भी नहीं, सारी उमर उस घर को सजाने मे गुजर गई, महिला दिवस की हार्दिक बधाई.
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गलती वहीं हुई थी
तुम्हारे अंधेरे मेरी ताक में हैं, और मेरे हिस्से के उजाले, तुम्हारी गिरफ्त में. हां गलती वहीं हुई थी जब मैंने कहा था, तुम मुझको चांद ला के दो, और मेरे चांद पर मालिकाना तुम्हारा हो गया.
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नारी ही शक्ति है नर की
नारी ही शक्ति है नर की, नारी ही है शोभा घर की, जो उसे उचित सम्मान मिले, घर में खुशियों के फूल खिलें, महिला दिवस की हार्दिक बधाई.
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पहला शब्द मां
गर्भ से निकली आंखें खोली, पहला शब्द मैं मां का बोली, आकर इस दुनिया में मुझको दुनिया क्यों है बुड़ा बोली.
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