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रामायण यात्रा स्पेशल ट्रेन में वेटर्स की भगवा ड्रेस बदली,संतों ने जताया था ऐतराज

इस ट्रेन के जरिए रामायण से जुड़े तीर्थ स्थलों का यात्रा IRCTC लोगों को करवा रहा है.

Published
भारत
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आईआरसीटीसी (IRCTC) ने साधु-संतों के भारी विरोध के बाद रामायण यात्रा स्पेशल ट्रेन (Ramayan Yatra Special Train) में वेटर्स की ड्रेस बदल दी है. आईआरसीटीसी ने सोमवार 22 नवंबर को इसकी जानकारी दी है. इस ट्रेन में सर्विस देने वाले कर्मचारियों को भगवा ड्रेस, रुद्राक्ष की माला आदि पहनाने पर संत समाज ने आपत्ति जताई थी.

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IRCTC ने खेद जताया

इस ट्रेन के जरिए  रामायण से जुड़े तीर्थ स्थलों का यात्रा IRCTC लोगों को करवा रहा है.

वेटर्स की भगवा ड्रेस पर संतों ने जताया था ऐतराज

फोटो-IRCTC

आईआरसीटीसी ने कर्मचरियों की नई ड्रेस की फोटो ट्वीट करते हुए लिखा, ''सर्विस स्टाफ के ड्रेस को पूरी तरह से बदल दिया गया है और उन्हें पेशेवर ड्रेस दिया गया है. असुविधा के लिए खेद है.''

ट्रेन में वेटर्स भगवा ड्रेस पहने वेटर्स के फोटो और वीडिया वायरल होने पर श्री पंचायती महानिर्वाणी अखाड़ा और अवधेशधाम आश्रम उज्जैन के परामहंस डॉ अवधेशपुरी ने रेल मंत्री को चिट्ठी लिखकर विरोध जताया था. उन्होंने 12 दिसंबर को शुरू होने वाले ट्रेन की अगली ट्रिप का विरोध करने की भी चेतावनी दी थी. ट्रेन को रोकने की भी बात संतों ने की थी.

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ये वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है और भगवान श्री राम की श्रद्धा और आस्था के केंद्र साधु-संतों का अपमान कर करोड़ हिन्दुओं की आस्था को आहत कर रहा है. आपसे (रेल मंत्री) विनम्र अनुरोध है कि 12 दिसंबर को शुरू होने वाली दूसरी यात्रा से पूर्व वेटरों की वेशभूषा में परिवर्तन करने का कष्ट करें अन्यथा देश के वरिष्ठ साधु-संतों को मजबूरन रामभक्तों को साथ लेकर ट्रेन की पटरी पर बैठकर ट्रेन को रोकना पड़ेगा.
रेल मंत्री को लिखी चिट्ठी में संत समाज

बता दें कि यह ट्रेन धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आईआरसीटीसी की ओर से चलाई जा रही है. ट्रेन 7 नवंबर को चली है जो कि भगवान राम से जुड़े हुए 15 स्थलों का भ्रमण करते हुए 7,500 किमी की यात्रा तय करेगी.

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