6 और 7 सितंबर की दरम्यानी रात होगी विक्रम की ‘सॉफ्ट लैंडिंग’
लैंडर ‘विक्रम’ को 6 और 7 सितंबर की दरम्यानी रात 1 बजे से 2 बजे के बीच चांद की सतह पर उतारने की प्रक्रिया की जाएगी और यह रात 1:30 से 2:30 बजे के बीच चांद पर ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ करेगा.
‘सॉफ्ट लैंडिंग' में लैंडर को आराम से धीरे-धीरे सतह पर उतारा जाता है, जिससे लैंडर, रोवर और उनके साथ लगे उपकरण सुरक्षित रहें.
चांद पर ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ भारत के दूसरे चंद्र मिशन की सबसे चुनौतीपूर्ण प्रक्रिया है. इसरो ने अब से पहले इस प्रक्रिया को कभी अंजाम नहीं दिया है.
इसरो चंद्रयान-2 के लैंडर और रोवर को लगभग 70 डिग्री दक्षिणी अक्षांश में दो गड्ढों ‘मैंजिनस सी’ और ‘सिंपेलियस एन’ के बीच एक ऊंचे मैदानी इलाके में उतारने की कोशिश करेगा.
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भारत में चंद्रयान-2 सबसे ज्यादा ट्रेंड करने वाला हैशटैग
भारत का महत्वाकांक्षी चंद्रयान-2 मिशन अब सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर देश का सबसे ज्यादा ट्रेंड करने वाला हैशटैग बन गया है. एक नए शोध में मंगलवार को पता चला है कि 1 से 9 सितंबर के बीच इसके साथ 67,544 ट्वीट्स किए गए.
ऑनलाइन विजिबिल्टी मैनेजमेंट कंपनी सैमरश के कम्यूनिकेशन हेड फर्नाडो अंगुलो ने कहा, "इसरो पर भारतीयों ने बहुत रुचि दिखाई है. मिशन को लेकर अपने विचारों को व्यक्त करने के लिए लोग ट्विटर का सहारा लेते हैं. यह देखना बहुत रोचक है कि उम्मीदों के मुताबिक परिणाम नहीं मिलने के बाद भी लोगों की प्रतिक्रिया सकारात्मक और तटस्थ रही है."
ऑर्बिटर ने मून लैंडर विक्रम का पता लगाया: इसरो
भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ने मंगलवार को एक बार फिर कहा कि चंद्रयान-2 ऑर्बिटर ने मून लैंडर विक्रम का पता लगा लिया है. इसरो ने ट्वीट किया, "चंद्रयान-2 ऑर्बिटर ने विक्रम लैंडर का पता लगा लिया है, लेकिन अभी तक उससे संपर्क नहीं हो सका है."
इसरो ने कहा, "लैंडर से संपर्क करने की हर संभव कोशिश की जा रही है." इसरो ने हालांकि यह नहीं बताया कि चांद की सतह पर लैंडर इस समय किसी स्थिति में है.
भारत को अपने चंद्रमा मिशन पर गर्व है : हरसिमरत कौर
केंद्रीय उद्योग मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि भारत ने अपने चंद्रमा मिशन प्रयासों से इतिहास बनाया है और इसका श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जाता है. सरकार के 100 दिनों का रिपोर्ट कार्ड पेश करते हुए कौर ने कहा, "बिना किसी विदेशी सहायता के हमारे वैज्ञानिकों ने चंद्रयान-2 को चंद्रमा की सतह पर उतारने का प्रयत्न किया. यह कुछ ऐसा है, जिस पर हमें गर्व है."
इसरो प्रमुख के नाम से सोशल मीडिया अकाउंट्स फर्जी हैं: इसरो
इसरो ने सोमवार को इस बात को साफ किया है कि इसरो प्रमुख के. सिवन का सोशल मीडिया पर किसी प्रकार का कोई अकाउंट नहीं है. इसरो ने ट्वीट कर कहा, "सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कैलासवादिवु सिवन के नाम से कई अकाउंट्स हैं. यह साफ किया जाता है कि इसरो के प्रमुख डॉ. के. सिवन का इस प्रकार से कोई व्यक्तिगत अकाउंट नहीं है."