अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बेटी इवांका ट्रंप पीएम मोदी के बुलावे पर पहली बार भारत आ रही हैं. इवांका ट्रंप 28 से 30 नवंबर को होने वाली 2017 ग्लोबल एंट्रेप्रेन्योरशिप समिट (जीईएस) में शामिल होने के लिए हैदराबाद आ रही हैं. इस दौरे की तैयारियों को लेकर इवांका ने टेलीफोनिक प्रेस ब्रीफिंग कर अपने भारत आने की उत्सुकता और भारत अमेरिका के रिश्ते के बारे में बात की.
इवांका ने ट्रंप की अमेरिका फर्स्ट पॉलिसी और पीएम मोदी के मेक इन इंडिया कैंपेन को लेकर भी अपनी बात रखी.
इवांका ने कहा कि वह 28 नवंबर को उद्घाटन समारोह के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के साथ मौजूद रहेंगी और 29 नवंबर को वो पैनल डिस्कशन में भाग लेने से पहले भाषण भी देंगी.
अमेरिका फर्स्ट और मेक इन इंडिया एक दूसरे का विरोधी नहीं
इवांका ने ट्रंप की अमेरिका फर्स्ट पॉलिसी और पीएम मोदी के मेक इन इंडिया अभियान को लेकर कहा,
इन दोनों नेताओं का अभियान ना ही एक दूसरे का विरोधी है, ना ही एक दूसरे से अलग है. ये दोनों अपने अपने देश की जरूरत की हिसाब से है. अमेरिका फर्स्ट पॉलिसी का मतलब दुनिया से अलग होकर सिर्फ अमेरिका की बात करना नहीं है. हर देश अपने नागरिकों की बात करता है, लेकिन इसके अलावा बाकी देशों के साथ भी सहयोग, भागीदारी, मजबूत आर्थिक सुरक्षा और दुनिया भर के सामाजिक संबंधों के से इंकार नहीं किया जा सकता है.
इवांका ने टेलीफोनिक प्रेस ब्रीफिंग में कहा, "जब इस साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व्हाइट हाउस आए थे, तब अमेरिकी राष्ट्रपति ने भारत के साथ अपनी दोस्ती और पार्टनरशिप के बारे में अपनी भावना व्यक्त की थी.
इवांका ने कहा कि अमेरिका भारत के साथ आर्थिक और सुरक्षा भागीदारी को विकसित करना चाहता है और ये सम्मलेन उस लक्ष्य का हिस्सा है.
बता दे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब जून के महीने में अमेरिका गए थे, तभी उन्होंने इवांका को भारत आने का न्योता दिया था.
ग्लोबल एंट्रेप्रेन्योरशिप समिट
ग्लोबल एंट्रेप्रेन्योरशिप समिट (जीईएस) की शुरुआत 2010 में हुई थी. पहली बार तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा की अध्यक्षा में वाशिंगटन डीसी में ये समिट हुआ था. इस बार आयोजित होने वाला जीईएस इसका आठवां संस्करण है और भारत पहली बार इसकी मेजबानी करने जा रहा है. इससे पहले अमेरिका, तुर्की, संयुक्त अरब अमीरात, मलेशिया, मोरक्को और केन्या में इसका आयोजन हो चुका है.
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