कोलकाता की जाधवपुर यूनिवर्सिटी में एक पोलैंड के छात्र को भारत छोड़ के जाने को कहा गया है. फॉरेनर रिजनल रजिस्ट्रेशन ऑफिस (FRRO) ने इस छात्र को कोलकाता में एक एंटी-CAA रैली में हिस्सा लेने के लिए देश से जाने के निर्देश दिए हैं. 1 मार्च को यूनिवर्सिटी सूत्रों ने जानकारी दी कि कंपेरेटिव लिटरेचर के पोलिश छात्र कमिल सीदसिंस्की को FRRO ने अपने कोलकाता ऑफिस बुलाया था.
PTI ने सूत्रों के हवाले से बताया कि छात्र 24 फरवरी को वहां गया था. पोलिश छात्र ने इससे पहले विश्व भारती यूनिवर्सिटी में बंगाली और संस्कृत की पढ़ाई की थी.
सूत्रों ने PTI को बताया, "FRRO ने सीदसिंस्की को एक नोटिस दिया और 15 दिन के अंदर देश छोड़ कर जाने को कहा. इसकी वजह स्टूडेंट वीजा पर भारत में रह रहे विदेशी नागरिक के कथित गलत व्यवहार को बताया गया है."
एंटी-CAA रैली में जाने की कीमत चुका रहा है छात्र?
यूनिवर्सिटी के सूत्रों ने बताया कि कई टीचर और लेफ्ट विचारधारा के छात्रों का मानना है कि पोलिश छात्र पिछले साल दिसंबर में एक एंटी-CAA रैली में जाने की कीमत चुका रहा है. सूत्रों के मुताबिक, इस रैली के दौरान बंगाल के एक अखबार ने छात्र का इंटरव्यू किया था और अगले दिन इसकी एक रिपोर्ट छपी थी.
कुछ लोगों ने शायद उस खबर की कॉपी FRRO को भेज दी थी. सीदसिंस्की की कोई राजनीतिक विचारधारा नहीं है लेकिन रैली में जाने और फोटो खींचने के उत्साह ने उसे परेशानी में डाल दिया.सूत्रों ने PTI को बताया
सीदसिंस्की इस साल अपने MA के एग्जाम देने वाला था. PTI उससे संपर्क नहीं कर पाया. जाधवपुर यूनिवर्सिटी के वाइस-चांसलर सुरंजन दास और रजिस्ट्रार स्नेहमंजु बासु ने भी PTI का फोन नहीं उठाया.
हाल ही में, विश्व भारती यूनिवर्सिटी की बांग्लादेशी फर्स्ट ईयर अंडरग्रेजुएट छात्र अफसरा अनिका मीम को भी FRRO ने नोटिस भेजा था. अनिका को कथित रूप से 'सरकार-विरोधी' कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए ये नोटिस दिया गया था.
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