जयपुर में एक कपल को इसलिए होटल में कमरा नहीं मिला, क्योंकि वो दोनों अलग-अलग धर्मों के हैं. लड़का मुसलमान है और लड़की हिंदू . 31 साल के युवक उदयपुर में बतौर असिस्टेंट प्रोफेसर के तौर पर काम करते हैं. जब वो जयपुर के होटल में चेक इन करने गए, तब होटल के रिसेप्शन पर ही उनको रोक दिया गया.
होटल वालों ने कहा, ‘पुलिस के निर्देश पर रोका गया’
असिस्टेंट प्रोफेसर ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि वो शनिवार सुबह करीब 8 बजे जयपुर के एक होटल पहुंचे. उन्होंने एक मोबाइल एप के जरिए 2 लोगों के लिए कमरा बुक किया था. उनकी महिला साथी दिल्ली से जयपुर जाने वालीं थी. होटल के रिसेप्शन पर प्रोफेसर से उनकी साथी के बारे में पूछा तो होटल के स्टाफ ने कहा ‘‘आप दोनों दो अलग धर्मों से हैं हम आपको कमरा नहीं दे सकते हैं.’’
इसके जवाब में असिस्टेंस प्रोफेसर ने होटल स्टाफ से कहा,
‘‘ऐसा तो कई नियम नहीं है, न ही ऐप पर ऐसा लिखा है और न ही होटल की वेबसाइट पर. और ये संविधान के खिलाफ है, जो कि बराबरी का अधिकार देती है. मैंने उनसे कहा कि ऐसा कही भी नियम नहीं है, जो दो लोगों को धर्म के आधार पर अलग रहने के लिए कहता हो.’’
असिस्टेंट प्रोफेसर की महिला साथी ने कहा, ‘ये 21वीं सदी है और मुझे समझ नहीं आता कि लोग क्यों आज भी धर्म के आधार पर लोगों को अलग करते हैं.’ महिला ने ये भी कहा कि वो एक दूसरे को करीब एक दशक से जानते हैं और होटल को शायद इस बात से दिक्कत थी कि लड़का-लड़की हिंदू और मुसलमान हैं, यही शायद एक सिख लड़के और हिंदू लड़की को कमरा दे देते.
मैनेजर और पुलिस के अलग-अलग बयान
होटल के मैनेजर ने कहा कि उनको सीनियर और पुलिस की तरफ से ऐसे निर्देश भी हैं और होटल की पॉलिसी भी कि वो दो धर्मों के लोगों को कमरा नहीं देते. मैनेजर गोवर्धन सिंह ने ये भी कहा कि पुलिस ने ऐसा लिखित और मौखिक तौर पर उनको निर्देश दिए हैं. इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक लिखित निर्देश दिखाए नहीं गए.
इस मामले में जयपुर पुलिस कमिश्नर का कुछ और ही कहना है. पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव कहते हैं कि ‘‘पुलिस ने ऐसे कोई निर्देश जारी नहीं किए हैं वो पुलिस के नाम का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं.’’
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