विदेश मंत्री जयशंकर (S Jayshankar) ने लोकसभा में यूक्रेन के मुद्दे पर बयान दिया. इस दौरान उन्होंने बताया कि कैसे यूक्रेन से भारतीय बच्चों को निकाला गया और वहां कैसे गोलीबारी के बीच सही सलामत वो लोग देश लौट पाए. इस दौरान जयशंकर ने यूक्रेन में हो रही हिंसा की निंदा भी की-
हम संघर्ष के खिलाफ हैं, हमारा मानना है कि खून बहाकर और मासूमों की जान की कीमत पर कोई समाधान नहीं निकाला जा सकता है. संवाद और कूटनीति किसी भी विवाद का सही समाधान है
जयशंकर ने यूक्रेन में हो रही हत्याओं का जिक्र करते हुए कहा कि कई सांसदों ने बूचा की घटना को उठाया, हम रिपोर्टों से बहुत व्यथित हैं. हम वहां हुई हत्याओं की कड़ी निंदा करते हैं. यह एक अत्यंत गंभीर मामला है, हम स्वतंत्र जांच के आह्वान का समर्थन करते हैं.
बता दें कि यूक्रेन दावा कर रहा है कि रूसी सेनाओं ने बड़े स्तर पर आम नागरिकों की हत्या की है, लाशों के ढेर सड़कों पर पाए जा रह हैं. यूक्रेन के इस इलाके में बनी स्थिति को राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने नरसंहार बताया है.
यूक्रेनी मानवाधिकार लोकपाल ने कहा कि उत्तरी शहर बूचा में एक चर्च द्वारा 150 से 300 शवों को सामूहिक कब्र में दफनाया गया. रूस ने बूचा के आरोपों को रूसी सेना को बदनाम करने के उद्देश्य से एक जाल बताया है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)