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जम्मू-कश्मीर: 3 नागरिकों की मौत के बाद पुंछ और राजौरी में मोबाइल इंटरनेट सस्पेंड

Jammu Kashmir: घटना स्थल पर हेलीकॉप्टरों की मदद से निगरानी की जा रही है.

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जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) के पुंछ जिले में मुठभेड़ स्थल के पास तीन लोगों को मृत पाया गया. रिपोर्ट के मुताबिक इसके एक दिन बाद शनिवार, 23 दिसंबर को पुंछ और राजौरी जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई है. 21 दिसंबर को में टोपा पीर के पास आतंकवादियों द्वारा दो वाहनों पर किए गए हमले में सेना के जवान शहीद हो गए थे. इसी जगह के पास शुक्रवार शाम को तीन स्थानीय नागरिक मरे हुए पाए गए थे.

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Indian Express की रिपोर्ट के मुताबिक सूत्रों का कहना है कि वे आतंकवादी हमले के संबंध में पूछताछ के लिए उठाए गए सात-आठ लोगों में से थे.

रिपोर्ट के मुताबिक पुंछ के उपायुक्त और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सहित वरिष्ठ नागरिक, पुलिस और सेना अधिकारी मामले को देखने के लिए शुक्रवार देर रात तक बुफलियाज में थे. जम्मू के मंडलायुक्त भी पुंछ की ओर जा रहे थे. इलाके में विरोध प्रदर्शन की भी खबरें हैं.

गुरुवार दोपहर एक जिप्सी और एक मिनी ट्रक सुरनकोट के बुफलियाज से राजौरी के थानामंडी की ओर जा रहे थी, जहां नेशनल राइफल्स की एक यूनिट स्थित है.

रिपोर्ट में कहा गया है कि सूत्रों ने बताया है कि जैसे ही सेना के जवानों के साथ वाहन टोपा पीर के नीचे पहुंचे, पहले से ही घात लगाकर बैठे आतंकवादियों ने उन पर हमला कर दिया.

PTI की रिपोर्ट के मुताबिक शुक्रवार को, आतंकवादियों को पकड़ने के लिए घने जंगलों में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया जा रहा था क्योंकि जम्मू स्थित व्हाइट नाइट कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल संदीप जैन और पुलिस महानिदेशक आरआर स्वैन ने घात स्थल का निरीक्षण किया और सुरक्षा की समीक्षा की.

एक उप महानिरीक्षक-रैंक अधिकारी के नेतृत्व में राष्ट्रीय जांच एजेंसी की एक टीम ने भी घात स्थल का दौरा किया.

व्हाइट नाइट कॉर्प्स ने अपने एक सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि

भारतीय सेना और व्हाइट नाइट कॉर्प्स सुरनकोट में आतंकवाद के संकट से लड़ते हुए चार सैनिकों की बहादुरी और सर्वोच्च बलिदान को सलाम करते हैं.

PTI की रिपोर्ट के मुताबिक एक अधिकारी ने बताया कि हेलीकॉप्टरों की मदद से निगरानी भी की जा रही है और आतंकवादियों का पता लगाने के लिए खोजी कुत्तों को लगाया गया है.

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