झारखंड (Jharkhand) के देवघर में त्रिकुट पहाड़ पर रोप-वे पर 21 घंटे से फंसे श्रद्धालुओं का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. सेना, वायुसेना और NDRF की टीम लगातार राहत और बचाव कार्य में लगी है. ITBP के PRO विवेक पांडे ने बताया कि अब तक 8 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है, जबकि 40 लोग अभी भी फंसे हैं. आज देर शाम तक सभी लोगों को सुरक्षित बाहल निकाल लिया जाएगा. वहीं इस हादसे में अब तक 2 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि 12 लोग घायल हुए हैं.
वायुसेना ने संभाली कमान
हादसे के बाद भारतीय वायुसेना ने रेस्क्यू की कमान संभाल ली है. एयरफोर्स के दो MI-17 हेलीकॉप्टर बचाव कार्य में लगे हुए हैं. ऑपरेशन फिलहाल जारी है और तेजी से रोप-वे में फंसे लोगों को निकाला जा रहा है.
ITBP के PRO विवेक पांडे ने कहा, "अब तक 8 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है, जबकि 40 लोग अभी भी फंसे हैं. आज देर शाम तक सभी लोगों को सुरक्षित बाहल निकाल लिया जाएगा."
तार के कारण रेस्क्यू में देरी
एक तरफ जहां एयरफोर्स के जवान रेस्क्यू में जुटे हैं तो वहीं दूसरी तरफ रोपवे की तार की वजह से राहत कार्यों में परेशानी आ रही है. गौरतलब है कि जवान हेलीकॉप्टर से रस्सी के सहारे रोपवे ट्रॉली तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन तारों की जाल की वजह से हेलीकॉप्टर को परेशानी हो रही है.
रेस्क्यू ऑपरेशन पर सीएम की नजर
वहीं इस हादसे पर झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने कहा कि वो कल से ही पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. हमनें NDRF, IAF, विशेषज्ञों और कमांडो से मदद मांगी है. आज सुबह से ही बचाव के प्रयास जारी.
कैसे हुआ हादसा ?
रविवार को राम नवमी के मौके पर सैकड़ों की संख्या में पर्यटक त्रिकूट पहाड़ पर पहुंचे थे. शाम के वक्त रोपवे की दो ट्रॉलियां हवा में टकरा गई थी. इस हादसे में ट्रॉली में सवार लोग घायल हो गए. जब यह हादसा हुआ, उस वक्त करीब दो दर्जन ट्रॉली हवा में थी. आनन-फानन में कई लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया.
इनपुट- मो. सरताज आलम
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