दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में यूनिवर्सिटी प्रशासन और छात्रों के बीच गतिरोध जारी है. इसी कड़ी में स्टूडेंट यूनियन ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मीडिया के सामने अपना पक्ष रखा. कॉन्फ्रेंस में कहा गया कि छात्रों ने शांतिपूर्ण तरीके से मार्च निकाला था, लेकिन पुलिस ने बैरिकेड लगाकर उन्हें रोक दिया. उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस और CRPF ने उनके साथ मारपीट की, और लड़कियों के साथ बदसलूकी की. साथ ही उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि पुलिस ने घायल छात्रों को मेडिकल सहायता मुहैया नहीं करवाई.
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JNU छात्रों की प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये बातें कही गयीं
- 28 अक्टूबर को IHA मीटिंग में जिस ड्राफ्ट को अवैध रूप से पास करवाया गया है, उसे पूरी तरह वापस लिया जाए.
- HRD मंत्रालय इसमें तुरंत हस्तक्षेप करे और ड्राफ्ट वापस लेने के लिए VC को निर्देश दे
- यूनिवर्सिटी प्रशासन की तरफ से हमें कोई भरोसा नहीं दिया गया
- यूनिवर्सिटी प्रशासन JNU स्टुडंट यूनियन से बात करे
- पिछले 23 दिनों से यूनिवर्सिटी प्रशासन या वाइस चांसलर की तरफ से हमसे कोई बातचीत नहीं की गई
- हमने शांतिपूर्ण तरीके से मार्च निकाला था, लेकिन पुलिस ने बैरिकेड लगाकर हमें रोक दिया
- पुलिस और CRPF ने हमारे साथ मारपीट की, और लड़कियों के साथ अभद्रता की
- पुलिस ने घायल छात्रों को मेडिकल हेल्प नहीं दिया
- पुलिस हिरासत में लिए छात्रों वाहन में भरकर को दो घंटे तक सड़कों पर घुमाती रही
- हम अपनी मांगों को पूरी दुनिया को बताना चाहते हैं, लेकिन VC ये बात फैला रहे हैं कि JNU के स्टूडेंट्स पढ़ना नहीं चाहते हैं
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टॉपिक: जेएनयू छात्र JNU प्रेस कॉन्फ्रेंस
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