दिल्ली की जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में 5 जनवरी को छात्रों के साथ हुई हिंसा के पीछे जेएनयू छात्र संघ (JNUSU) की अध्यक्ष आइशी घोष ने एबीवीपी का हाथ बताया है. अब एनडीटीवी की भी एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस हमले में बीजेपी की स्टूडेंट यूनियन का हाथ हो सकता है. एनडीटीवी ने एबीवीपी जेएनयू एग्जीक्यूटिव कमेटी के एक सदस्य की फोटो जारी की है, जिसमें वो कुछ लोगों के साथ लाठी लेकर खड़ा है. रिपोर्ट के मुताबिक, ये फोटो 5 जनवरी को दोपहर में हमले से पहले ली गई है.
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, इस फोटो में कुछ लड़के लाठी-डंडा लेकर खड़े हैं. इसमें से एक शख्स, विकास पटेल, एबीवीपी जेएनयू एग्जीक्यूटिव कमेटी का बताया जा रहा है. पटेल वैसी ही फाइबर-ग्लास लाठी लेकर खड़ा है, जो दिल्ली पुलिसकर्मियों को दी जाती है.
इस फोटो में पीली-नीले रंग की जैकेट में एक लड़का और लाठी लेकर खड़ा है. रिपोर्ट के मुताबिक, इसकी पहचान शिव पूजन मंडल के रूप में हुई है, जो जेएनयू में बीए फर्स्ट ईयर का स्टूडेंट है और एबीवीपी से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है.
एक दूसरी फोटो में, मंडल को लाठी लिए कुछ लड़कों के साथ कैंपस की ओर जाते हुए देखा जा सकता है.
पटेल और मंडल, दोनों ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स डिलीट कर दिए हैं. खबर के मुताबिक, पटेल का नंबर उन वॉट्सऐप स्क्रीनशॉट्स में भी देखा जा सकता है, जिसमें एबीवीपी के सदस्य जेएनयू कैंपस में लेफ्ट स्टूडेंट्स पर हमला करने की बात कर रहे हैं. इस चैट में जेएनयू में संस्कृत के स्टूडेंट योगेंद्र भारद्वाज और पीएचडी स्टूडेंट संदीप सिंह का भी नाम है.
भारद्वाज ने अपने सभी सोशल मीडिया अकाउंट्स डिलीट कर दिए हैं, लेकिन उनके ट्विटर प्रोफाइल के स्क्रीनशॉट उन्हें एबीवीपी सदस्य के रूप में बता रहे हैं.
एबीवीपी ने जेएनयू में हुई हिंसा में शामिल होने से इनकार किया है. एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, वॉट्सऐप स्क्रीनशॉट्स और तस्वीरों को एबीवीपी ने मॉर्फ्ड बताया है.
जेएनयू में हिंसा के पीछे ABVP: आइशी घोष
रविवार शाम जेएनयू में हिंसा के बाद जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष आइशी घोष का घायल अवस्था में एक वीडियो सामने आए, जिसमें वो हमले के पीछे एबीवीपी का हाथ बता रही हैं.
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