भारत के अलग-अलग क्षेत्रों में काम कर रहे भारतीय प्रोफेशनल्स को अपने वर्क कल्चर और वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने में कंपनियां विफल रहीं हैं, लिहाजा प्रफेशनल्स नौकरी बदलने का प्लान बना रहे हैं. LinkedIn इंडिया के सर्वे में ये खुलासा हुआ है. रिपोर्ट के मुताबिक इस साल पांच में से चार भारतीय पेशेवर नौकरी बदलने पर विचार कर रहे हैं. इसमें मुख्य रूप से वह कर्मचारी शामिल हैं जो अच्छी सैलरी के साथ-साथ प्रोफेशनल और प्रश्नल लाइफ के बीच संतुलन बनाए रखना चाहते हैं.
प्रोफेशनल सोशल नेटवर्क सर्विस LinkedIn के सर्वे के मुताबिक, दिसंबर, 2021 की तुलना में पिछले महीने यानी दिसंबर, 2022 में भारत में नियुक्ति स्तर 23 फीसदी धीमा रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक, देश में इस साल पांच में से चार यानी 80 फीसदी पेशेवर नौकरी बदलने के बारे में सोच रहे हैं.
कंज्यूमर रिसर्च ने 30 नवंबर, 2022 और दो दिसंबर, 2022 के बीच 18 साल या उससे अधिक उम्र के 2,007 कर्मचारियों पर रिसर्च के बाद इस बारे में खुलासा हुआ है. रिपोर्ट के मुताबिक, 45-54 आयु वर्ग के 64 फीसदी की तुलना में 18-24 आयु वर्ग के 88 फीसदी पेशेवर नौकरी बदलने पर विचार कर रहे हैं.
LinkedIn करियर विशेषज्ञ और लिंक्डइन इंडिया की संपादकीय प्रमुख नीरजिता बनर्जी ने कहा है कि भारतीय कार्यबल चुनौतीपूर्ण आर्थिक स्थितियों के बावजूद आगे बढ़ने के लिए अपनी क्षमताओं पर भरोसा कर रहे हैं. यह स्पष्ट है कि महामारी के बाद से पेशेवरों ने लचीलेपन को महत्व दिया है, और हम इसे आगामी वर्ष के लिए उनके नजरिये में देख सकते हैं. बनर्जी ने आगे कहा कि पेशेवर आदर्श भूमिका के लिए प्रयास कर रहे हैं, जहां सही वेतन मिले और कार्य-जीवन संतुलन हो.
LinkedIn रिपोर्ट ऐसे समय में आई है जब वैश्विक स्तर पर आर्थिक वातावरण में अनिश्चितता दिखाई दे रही है. कई कंपनियां कुछ उन्नत अर्थव्यवस्थाओं में प्रत्याशित मंदी के लिए खुद को तैयार करने के लिए भर्ती गतिविधि को धीमा करने या प्रतिभा को बाहर करने की ओर बढ़ रही हैं. हालांकि, कई विश्लेषकों ने भविष्यवाणी की है कि भारतीय अर्थव्यवस्था विपरीत परिस्थितियों से झटकों का प्रबंधन करने के लिए अच्छी स्थिति में है.
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