भारत को अपनी तीसरी कोविड वैक्सीन Sputnik V मिल गई है. देश के ड्रग रेगुलेटर ने रूस की इस वैक्सीन को मंजूरी दे दी है. इसके साथ ही केंद्र ने विदेशी वैक्सीनों को जल्दी से जल्दी मंजूरी देने के लिए रेगुलेटरी प्रक्रिया को फास्ट-ट्रैक कर दिया है. केंद्र सरकार उन विदेशी वैक्सीनों को जल्द मंजूरी देगी, जिन्हें USFDA, EMA, UK MHRA, PMDA जापान से मंजूरी मिल चुकी हो.
हाल ही में न्यूज एजेंसी ANI ने सरकारी सूत्रों के हवाले से बताया था कि इस साल की तीसरी तिमाही तक भारत में पांच अतिरिक्त मैन्युफेक्चरर से कोविड वैक्सीन आ जाएंगी.
“ये वैक्सीन हैं Sputnik V (डॉ रेड्डी के सहयोग से), जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन (Biological E के सहयोग से), नोवावैक्स वैक्सीन (सीरम इंडिया के सहयोग से), जायडस कैडिला वैक्सीन और भारत बायोटेक की इंट्रानेसल वैक्सीन.”एक सरकारी सूत्र
हालांकि, अब मंजूरी की प्रक्रिया फास्ट-ट्रैक होने के बाद संभावना है कि ये सभी वैक्सीन जल्द से जल्द भारत के वैक्सीनेशन प्रोग्राम में शामिल हो सकती हैं.
आइए जानते हैं कि इन वैक्सीनों की कीमत कितनी है, ये कितनी प्रभावी हैं, इन्हें भारत में कौन बनाएगा और इनकी कितनी डोज दी जाएंगी.
वैक्सीनों का प्रोडक्शन कौन करेगा?
- जॉनसन एंड जॉनसन- यूएस इंटरनेशनल डेवलपमेंट फाइनेंस कॉर्पोरेशन (DFC) हैदराबाद स्थित फार्मा कंपनी बायोलॉजिकल ई (Biological E) को जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन बनाने के लिए वित्तीय मदद देगी.
- नोवावैक्स- अमेरिकी बायोटेक कंपनी नोवावैक्स की वैक्सीन का प्रोडक्शन भारत में सीरम इंस्टीट्यूट (SII) करेगा. कंपनी ने जुलाई 2020 में ही ये डील साइन की थी.
- जायडस कैडिला - भारतीय फार्मा कंपनी कैडिला हेल्थकेयर ही अपनी वैक्सीन का प्रोडक्शन और डिस्ट्रीब्यूशन करेगी. हालांकि, प्रोडक्शन बढ़ाने के लिए कंपनी कुछ मैन्युफेक्चरिंग पार्टनर्स ढूंढ रही है.
- इंट्रानेसल वैक्सीन- भारतीय कंपनी भारत बायोटेक BBV154 नाम की इंट्रानेसल वैक्सीन डेवलप कर रही है. कंपनी ने अमेरिका में सेंट लुइस के वाशिंगटन यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन के साथ लाइसेंसिंग एग्रीमेंट साइन किया है. भारत बायोटेक अमेरिका, जापान और यूरोप के अलावा बाकी सभी बाजार में ये वैक्सीन डिस्ट्रीब्यूट करेगी.
कितनी प्रभावी हैं वैक्सीन?
- जॉनसन एंड जॉनसन- इस वैक्सीन की प्रभावकारिता अमेरिकी वैक्सीन मॉडर्ना और फाइजर के मुकाबले कम है. जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन माध्यम से गंभीर संक्रमण के लिए 66 फीसदी प्रभावी है. वहीं, काफी गंभीर बीमारी में इसे 85 फीसदी तक प्रभावी पाया गया है.
- नोवावैक्स- ओरिजिनल वायरस स्ट्रेन के खिलाफ ये वैक्सीन 96.4% प्रभावी रही है और यूके वैरिएंट के खिलाफ इसकी प्रभावकारिता 86.3% है.
- जायडस कैडिला - इस वैक्सीन का डेटा अभी उपलब्ध नहीं है.
- इंट्रानेसल वैक्सीन- इस वैक्सीन का डेटा अभी उपलब्ध नहीं है.
कितनी होगी कीमत और डोज?
- जॉनसन एंड जॉनसन- ये सिंगल डोज वैक्सीन है और इसकी कीमत 10 डॉलर (700-750 रुपये) के करीब होगी.
- नोवावैक्स- इस वैक्सीन के दो डोज दिए जाएंगे और इसकी कीमत सीरम इंस्टीट्यूट 200-250 रुपये तक रख सकता है.
- जायडस कैडिला - इस वैक्सीन की कीमत के बारे में अभी जानकारी नहीं है.
- इंट्रानेसल वैक्सीन- इसकी कीमत के बारे में अभी जानकारी नहीं है, लेकिन जानकारों का कहना है कि ये किफायती और कम दाम में उपलब्ध होगी.
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