कैरेवन वेबसाइट ने दिसंबर 2014 में सीबीआई के स्पेशल जज बी एच लोया की मौत से सिलसिले में इस हफ्ते कई रिपोर्ट प्रकाशित कीं हैं.
कैरेवन के पत्रकार निरंजन टकले के दावा है कि उन्होंने जस्टिस लोया के परिवार से इस बारे में लंबी बातचीत की है. मौत से पहले जस्टिस लोया सोहराबुद्दीन शेख एनकाउंटर मामले की सुनवाई कर रहे थे. इस मामले में बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह मुख्य आरोपी थे. लोया की मौत के बाद उनकी जगह आए जस्टिस ने शाह को बरी कर दिया था.
निरंजन टकले के मुताबिक उन्होंने जस्टिस लोया की बहनों, पिता और दूसरे रिश्तेदारों से बातचीत के आधार पर अपनी रिपोर्ट तैयार की है. इसके अलावा भी उन्होंने कई लोगों से बात की जिनकी नागपुर में लोया की मौत के बाद उनके शव को पैतृक घर पहुंचाने में भूमिका थी. पूरी रिपोर्ट और तहकीकात कई गंभीर सवाल उठाती है.
1. जस्टिस लोया के पहले मामले की सुनवाई कर रहे सीबीआई स्पेशल जज जे टी उत्पाट का तबादला क्यों किया गया ? जबकि 2012 में सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट आदेश दिया था कि एक ही जज शुरू से अंत तक पूरे केस की सुनवाई करेगा.
2. क्या बॉम्बे हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश मोहित शाह या मुख्य आरोपी अमित शाह को इस बात की जानकारी थी कि मनमाफिक फैसले के लिए जस्टिस लोया को कथित तौर पर कोई पेशकश की गई थी.
3. क्या जस्टिस मोहित शाह ने जस्टिस लोया की बहन अनुराधा बियानी के इन आरोपों का खंडन किया कि मनमाफिक फैसले के लिए खुद उन्होंने जस्टिस लोया को 100 करोड़ रुपए का प्रस्ताव दिया था ?
टकले को आर्टिकल प्रकाशित होने तक जस्टिस शाह की तरफ से इन आरोपों का कोई जवाब नहीं मिला था
4. जिस दिन रात जस्टिस लोया की मौत हुई तब उन्हें दांडे हॉस्पिटल पहुंचाने की व्यवस्था किसने की ? जस्टिस लोया को सरकारी गेस्टहाउस की कार या एंबुलेंस में क्यों नहीं ले जाया गया?
5. क्या दांडे हॉस्पिटल या मेडिट्रिना हॉस्पिटल के पास इस बात के रिकॉर्ड हैं कि जस्टिस लोया को क्या दवाएं दी गईं और उस वक्त उनके साथ कौन था?
6. मेडिट्रिना हॉस्पिटल के रिकॉर्ड के मुताबिक जस्टिस लोया का निधन कितने बजे हुआ और उनके परिवार को कितने बजे जस्टिस लोया की मौत की जानकारी दी गई ? उनकी मौत 1 दिसंबर 2014 को सुबह 6.15 हुई या फिर सुबह 5 बजे के पहले ? या फिर आधी रात के पहले ही उनकी मौत हो चुकी थी?
जस्टिस लोया के परिवार के मुताबिक उन्हें मौत की खबर के फोन सुबह 5 बजे से आने शुरू हो गए थे. लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत का वक्त सुबह 6.15 बजे लिखा हुआ है. जबकि टकले के मुताबिक उन्हें दूसरे सूत्रों से पता चला कि जस्टिस लोया की मौत आधी रात से पहले ही हो चुकी थी.
क्विंट ने इस रिपोर्ट में किए गए दावों के बारे में अलग से कोई पड़ताल नहीं की है. इसलिए इन दावों की सच्चाई पर मुहर नहीं लगा सकते. इनमें पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और जस्टिस लोया के शव और कपड़ों की हालत के बारे में कथित गड़बड़ी के साथ बॉम्बे हाईकोर्ट के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश का जस्टिस लोया को घूस की पेशकश करने जैसे आरोप भी शामिल हैं.
इन सबके बावजूद आरोप इतने गंभीर हैं (इनमें कई यहां वीडियो में हैं) कि इनमें अगर जरा भी सच्चाई हुई तो पूरी न्याय व्यवस्था को झकझोर सकते हैं. इसलिए इनके व्यापक तौर पर जांच जरूरी है.
7. कोरोनरी आर्टिरी में दिक्कत की वजह से क्या किसी व्यक्ति की मौत हो सकती है ? क्या यह मुमकिन है कि सेहतमंद व्यक्ति जिसे पहले से दिल से संबंधित कोई बीमारी ना हो, अचानक कोरोनरी आर्टिरी में दिक्कत की वजह से अपनी जिंदगी गंवा सकता है?
जस्टिस लोया की बहन खुद एक डॉक्टर हैं और उनका दावा है कि जस्टिस लोया की मेडिकल हिस्ट्री एकदम दुरुस्त थी. इन दावों से संदेह उठता है कि ऐसी हालत में क्या मौत की वजह कोरोनरी आर्टिरी में परेशानी हो सकती है?
8. जस्टिस लोया के शव का पोस्टमॉर्टम कराने का आदेश क्यों दिया गया? जबकि मौत पर संदेह के बारे में एफआईआर या पंचनामा नहीं कराया गया ? और जस्टिस लोया के परिवार को पोस्टमॉर्टम की सूचना क्यों नहीं दी गई? इसके अलावा पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट रिकॉर्ड करने की क्या वजह थी और ये रिकॉर्ड कहां हैं?
9. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में दस्तखत करने वाले मैयाताचा चुलतभाऊ कौन हैं? (कहा गया कि ये मृतक के रिश्तेदार हैं) जबकि नागपुर में जस्टिस लोया का कोई रिश्तेदार नहीं है? रिपोर्ट में सरदार पटेल पुलिस स्टेशन के सीनियर इंस्पेक्टर के भी दस्तखत हैं, क्या उन्हें बारे कुछ याद है?
10. ईश्वर बहेती का जस्टिस लोया से क्या रिश्ता था? वो किस आधार पर जस्टिस लोया के रिश्तेदारों से संपर्क और अंतिम संस्कार से जुड़ी तैयारियों में मदद कर रहा था? जस्टिस लोया का फोन परिवार को पुलिस के बजाए बहेती ने सौंपा?
11. क्या परिवार के पास जस्टिस लोया की खून के दागों वाली वो शर्ट है जो उन्होंने मौत वाले दिन पहनी थी ? जबकि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में लिखा है कि वो सूखी थी.
12. क्या यह सच है कि जस्टिस लोया की जगह आए जस्टिस गोसावी की अदालत में अमित शाह को बरी किए जाने के खिलाफ जिरह के लिए सीबीआई को सिर्फ 15 मिनट मिले, जबकि बचाव पक्ष के वकीलों को इसके लिए तीन दिन दिए गए.
13. तीस दिसंबर को क्रिकेटर एम एस धोनी के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास के ऐलान का फैसला किसने लिया? क्या खुद धोनी ने फैसला किया या बीसीसीआई ने या फिर किसी बाहरी सूत्र ने यह तय किया?
जस्टिस लोया की बहन का आरोप है कि जस्टिस लोया को समझाया गया कि अगर वो मामले का फैसला 30 दिसंबर 2014 के पहले देंगे तो इस पर फोकस कम होगा, क्योंकि दूसरी खबर सुर्खियों में रहेगी
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