भारत ने अपनी सामरिक क्षमता का विस्तार करते हुए 24 जनवरी को K-4 बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया है. विशाखापट्टनम के तट से पिछले 6 दिनों में दूसरी बार 3,500 किलोमीटर मारक क्षमता वाली बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया गया है. इस मिसाइल का परीक्षण पनडुब्बी से किया गया है.
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K-4 बैलिस्टिक मिसाइल को डीआरडीओ ने विकसित किया है और शुक्रवार की सुबह को पानी के अंदर पनडुब्बी से इसका सफल परीक्षण किया गया है. इससे पहले 12 जनवरी को परमाणु हमला करने में सक्षम K-4 मिसाइल का सफल परीक्षण किया गया था.
सरकारी सूत्रों से कहा गया है कि मिसाइल को डीआरडीओ ने विकसित किया है और इसे अरिहंत श्रेणी की परमाणु क्षमता से लैस पनडुब्बी में तैनात किया जाएगा. हालांकि, इसे तैनात करने से पहले इसके और भी कई परीक्षण किए जाएंगे.
K-4 मिसाइल की खासियत
- 10 मीटर लंबी है K-4 मिसाइल
- मिसाइल का वजन करीब 20 टन है
- 3,500 किलोमीटर मारक क्षमता है
- करीब 1 टन वजन ले जाने में सक्षम है
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