राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने 8 अक्टूबर को 'लिंचिंग' शब्द की उत्पत्ति पर सवाल उठाया. उन्होंने कहा, "हमारे देश में क्या कभी लिंचिंग होता था? ये शब्द कहां से आया."
विजयादशमी पर अपने भाषण में भागवत ने कहा "लिंचिंग कभी भारत की परंपरा नहीं रही है. उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं के लिए 'लिंचिंग' जैसे शब्द देकर सारे देश को और हिंदू समाज को बदनाम करने की कोशिश होती रहती है."
भागवत ने कहा कि कुछ लोग भीड़ हिंसा की घटनाओं को आरएसएस से जोड़कर उसे 'बदनाम' करने की कोशिश करते हैं. आरएसएस प्रमुख ने कहा, "पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान भी हर चीज के लिए संघ को जिम्मेदार ठहराना सीख गए हैं."
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