जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने के विरोध में इस्तीफा दे चुके पूर्व आईएएस अफसर कन्नन गोपीनाथन को पुलिस ने प्रयागराज एयरपोर्ट से लौटा दिया. वह इलाहाबाद में सीएए और एनआरसी के खिलाफ होने वाली बैठक में हिस्सा लेने के आए थे.
कन्नन को एयरपोर्ट पर ही रोक लिया गया. वह ऑल इंडिया पीपुल्स फोरम की ओर से इलाहाबाद में आयोजित ‘नागरिकता बचाओ, संविधान बचाओ, लोकतंत्र बचाओ’ नाम के एक सिम्पोजियम में हिस्सा लेने आए थे.
कन्नन ने कहा,पुलिस ने वापस दिल्ली भेज दिया
क्विंट ने कन्नन गोपीनाथ से बात की. उन्होंने बताया कि वह प्रयागराज एक चर्चा में शामिल होने के लिए गए थे. लेकिन उनको प्रयागराज एयरपोर्ट से पुलिस ने बाहर निकलने नहीं दिया. पुलिस ने कथित तौर पर एक 'आदेश' का हवाला देते हुए उन्हें एयरपोर्ट से बाहर नहीं जाने दिया. पुलिस ने कोई भी कागज नहीं दिखाया. इसके बाद उनको दिल्ली जाने वाली अगली फ्लाइट में बैठाकर उन्हें दिल्ली रवाना कर दिया गया. जब क्विंट ने उनसे बात की तो वह दिल्ली पहुंच चुके थे. उन्होंने बताया कि वो 20 जनवरी प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी जाने वाले हैं.
कन्नन ने खुद ट्वीट कर हिरासत में लिए जाने की सूचना थी. सूत्रों के मुताबिक गोपीनाथन ने इलाहाबाद में आयोजित इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने लिए दिल्ली से रवाना होने से पहले आयोजकों से बातचीत की थी. गोपीनाथन ने कहा था कि वह रास्ते में हैं. लेकिन थोड़ी देर बाद कन्नन ने ट्वीट कर लिखा ''detained'' बाद में लिखा ''at Allahabad airport'' . आयोजकों ने कहा कि कन्नन को रिसीव करने एयरपोर्ट पर पहुंचे उनके स्वयंसेवक उनका इंतजार कर रहे थे लेकिन कन्नन नहीं आए.
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