यूपी पुलिस को जिस अपराधी की पिछले एक हफ्ते से तलाश थी आखिरकार वो मध्य प्रदेश में पकड़ा गया. मध्य प्रदेश पुलिस विकास दुबे को गाड़ी में लेकर जाती हुई दिखी. हम यहां गिरफ्तारी की बात इसलिए नहीं कर रहे हैं, क्योंकि इस पर कई सवाल हैं. कहा जा रहा है कि इस खतरनाक बदमाश ने खुद सरेंडर किया है. साथ ही उसके मध्य प्रदेश कनेक्शन पर भी सवाल उठ रहे हैं. दुबे की गिरफ्तीर को लेकर ऐसे ही कई सवाल लगातार सामने आ रहे हैं.
विकास दुबे ने करीब एक हफ्ते पहले पुलिस की टीम को अपनी गोलियों का निशाना बनाया था और एक डीएसपी समेत कुल 8 पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी थी. जिसके बाद से ही वो लगातार फरार था. अब शुरू से लेकर दुबे की गिरफ्तारी तक जो सवाल खड़े हुए हैं, उनके बारे में आपको बताते हैं.
- यूपी कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से सवाल उठाया कि दुबे उज्जैन में गिरफ्तार हुआ, नरोत्तम मिश्रा मध्य प्रदेश के गृहमंत्री हैं, उज्जैन के प्रभारी मंत्री भी हैं. मिश्रा कानपुर चुनाव में बीजेपी के चुनाव प्रभारी थे और विकास भी कानपुर का रहने वाला है.
- यूपी के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी दुबे की गिरफ्तारी में मिलीभगत को लेकर सवाल उठाए. अखिलेश ने कहा कि, सरकार साफ करे कि ये आत्मसमर्पण है या गिरफ्तारी. साथ ही उसके मोबाइल की CDR सार्वजनिक करे जिससे सच्ची मिलीभगत का भंडाफोड़ हो सके.
- एक सवाल विकास दुबे की पत्नी और बेटे को लेकर भी उठ रहा है. बताया गया कि दोनों लखनऊ से फरार हो गए. दुबे तो मिल गया, लेकिन उनका कोई पता नहीं चल पाया है. लेकिन आखिर पूरे राज्य में इतने हाई अलर्ट के बावजूद कैसे विकास दुबे अपनी पत्नी को सेफ जगह पहुंचाने में कामयाब हुआ?
- विकास दुबे के कुछ साथियों को फरीदाबाद से गिरफ्तार किया गया. जिनमें से एक साथी प्रभात ने पुलिस को बताया कि 8 पुलिसकर्मियों की हत्या करने के बाद दुबे कानपुर में ही अपने दोस्त के घर दो दिन तक रहा. इस पर सवाल उठा कि आखिर पुलिस की कई टीमों को कैसे इसकी भनक तक नहीं लगी?
- इसके बाद एक सवाल ये भी उठ रहा है कि जब दुबे फरीदाबाद में था तो वो उज्जैन कैसे पहुंच गया? यहां तक पहुंचने और बॉर्डर क्रॉस करने में उसकी मदद किसने की? शहीद सिपाही राहुल की बहन नंदनी ने भी यही सवाल उठाया है कि इतनी चेकिंग के बावजूद भी विकास दुबे वहां तक पहुंचा कैसे?
- वहीं रिपोर्ट्स में ये भी कहा जा रहा है कि विकास दुबे जानबूझकर महाकाल मंदिर पहुंचा, क्योंकि उसे सरेंडर करना था. इसीलिए वो वहां खुला घूमा और आसानी से पुलिस के हाथ चढ़ गया. लेकिन पुलिस इसे गिरफ्तारी बता रही है, अब इस सवाल का जवाब मिलना बाकी है कि ये सरेंडर था या फिर गिरफ्तारी?
- गिरफ्तारी के बाद एमपी पुलिस को लोग बधाई दे रहे हैं. लेकिन कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने इसे अलग एंगल देते हुए कहा है कि विकास दुबे को महाकाल मंदिर की सिक्योरिटी ने पकड़ा है, जो बीजेपी सांसद आरके सिन्हा की एजेंसी है. उन्होंने इसे प्रायोजित सरेंडर बताया है और न्यायिक जांच की मांग की है.
नरोत्तम मिश्रा ने दिया जवाब
कांग्रेस के सवालों को लेकर एमपी के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी जवाब दिया है. उन्होंने बताया कि एमपी पुलिस ने विकास दुबे समेत उसके दो साथियों को भी गिरफ्तार किया है. उन्होंने लिखा,
"विकास दुबे उत्तर प्रदेश के 8 पुलिसकर्मियों की नृशंस हत्या का आरोपी है. उज्जैन पुलिस ने उसे दो साथियों के साथ गिरफ्तार किया है. इतनी बड़ी सफलता पर पुलिस को बधाई देने के बजाय कांग्रेस के नेता मध्य प्रदेश पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाने में जुटे हैं."
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