यूपी पुलिस (UP Police) पर एक बार फिर सवाल उठ रहे हैं. पिछले कुछ वक्त से उत्तर प्रदेश में लगातार कस्टडी में मौत की खबरें आ रही हैं. ताजा मामला कानपुर का है. आरोप है कि पुलिस की पिटाई से कानपुर में एक युवक की मौत हो गई है. मृतक के घरवालों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया. बवाल की सूचना पर पहुंचे आलाधिकारियों ने घरवालों को जल्द एक्शन लेने का अश्वासन दिया है और पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है.
घटना कल्याणपुर के माधवपुरम की है. यहां के रहने वाले तेज नारायण का बेटा जितेंद्र उर्फ कल्लू मुंबई में मजदूरी करता था. जितेंद्र दीपावली में कानपुर आया था. पड़ोस में रहने वाले वाईएस दीक्षित नाम के एक शख्स ने जितेंद्र पर 20 लाख रुपए चोरी का आरोप लगाते हुए कल्याणपुर थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी.
पुलिस जितेंद्र को बीते 13 नवंबर को पूछताछ के लिए ले गई थी, जितेंद्र की बहन और भाई का कहना है कि सोमवार रात पनकी रोड चौकी प्रभारी ने जितेंद्र को घर ले जाने के लिए कहा था. चौकी इंचार्ज ने कहा था कि जितेंद्र के पेट में दर्द है, और इसे घर ले जाओ. जितेंद्र को जब घर लेकर आए तो उसने बताया कि पुलिस ने बेरहमी से पिटाई की है. जितेंद्र के शरीर पर नीले निशान पड़े थे.
घरवालों ने बताया कि जितेंद्र की हालत लगातार बिगड़ती जा रही थी, उसे गंभीर हालत में हैलट अस्पताल में भर्ती कराया गया था, इलाज के दौरान सोमवार देर रात जितेंद्र की मौत हो गई. मंगलवार को जितेंद्र के घरवालों ने हंगामा करते हुए पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
इसके साथ ही मृतक के घरवालों का आरोप है कि मृतक जितेंद्र का भाई विरेंद्र भी 15 दिनों से लापता है, इसके लिए भी जिम्मेदार पुलिस को ठहराया है. डीसीपी वेस्ट बीजीटीएस मूर्थी के मुताबिक एक युवक की मौत का मामला सामने आया है, शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है, इसके साथ ही इस पूरे मामले की जांच की जा रही है.
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