कार में बैठ शख्स को घसीटती भीड़
कार पर चढ़कर हॉकीस्टिक से हमला करती भीड़
पत्थर से गाड़ी का शीशा तोड़ती भीड़
लाठी डंडे से बाइक सवार को पीटती भीड़
पुलिस की गाड़ी को झुले की तरह हिलाकर पलटती भीड़
और इन सबके बीच बेबस पुलिस
ये सब पिछले 10 दिनों में उत्तर प्रदेश से लेकर उत्तराखंड की सड़कों पर देखने को मिल रहा है. इन सबके पीछे एक चीज कॉमन है.. कावंड़ यात्रा के लिए निकले कांवड़िए.. हुड़दंग की तस्वीर और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है.
ऐसे में क्विंट ने इन हिंसक घटनाओं के पीछे की वजह, पुलिस के कामकाज और पूरे पैटर्न को समझने की कोशिश की है. हम यहां आपको पिछले 10 दिनों में कांवड़ यात्रा के दौरान घटी 10 बड़ी घटनाओं के बारे बताएंगें.
1. जगह - गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश
तारीख - 29 जुलाई 2024
सुबह-सुबह सोशल मीडिया पर एक और पोस्ट वायरल होता है. वीडियो में कुछ लोग पुलिस की गाड़ी को झुले की तरह झुलाते दिखते हैं. कोई डंडे से शीशे पर वार करता है तो कोई पत्थर से. ये सब हो रहा था उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में. दरअसल, गाजियाबाद में कांवड़ियों के एक झुंड ने पुलिस की गाड़ी तोड़फोड़ के बाद पलट दी थी.
अभिषेक श्रीवास्तव, सहायक पुलिस आयुक्त, कविनगर कहते हैं, "थाना मधुबन बापुधाम थाना क्षेत्र के दुहाई मेट्रो स्टेशन के पास समय करीब 10.15 पर एक गाड़ी द्वारा एक कांवड़िए को टक्कर लगने का प्रकरण संज्ञान में आया जिसमें आक्रोशित होकर कांवड़ियों द्वारा गाड़ी में तोड़-फोड़ कर दी गई. प्राप्त सूचना पर थाना पुलिस द्वारा तत्काल संज्ञान लेते हुए मौके पर पहुंचकर लोगों को समझा बुझा कर वापस भेजा गया. जांच में यह तथ्य प्रकाश में आया कि उक्त गाड़ी को अवनीश त्यागी नामक चालक चला रहा था. चालक और गाड़ी दोनों को कब्जे में ले लिया गया है."
जी हां, तोड़ फोड़ करने वाले कांवड़ियों को नहीं पुलिस की गाड़ी चलाने वाले को कब्जे में ले लिया गया है.
2. गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश
27 जुलाई 2024
दूसरी घटना भी गाजियाबाद की ही है. जिले के मुरादनगर थाना क्षेत्र में स्थित रावली रोड पर कांवड़ियों का उत्पात देखने को मिला. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है. वीडियो में कांवड़िए एक कार पर लाठी डंडों से ताबड़तोड़ वार कर रहे हैं. दरअसल मुरादनगर थाना क्षेत्र की रावली कट नेशनल हाईव- 58 मार्ग पर कांवड़ियों को एक कार ने टक्कर मार दी. जिसके अन्य कांवड़ियों का गुस्सा का फूट पड़ा. कांवड़ियों ने न सिर्फ कार में जमकर तोड़फोड़ की बल्कि सड़क पर जाम लगा दिया.
पुलिस का क्या कहना है?
मसूरी ACP नरेश कुमार ने बताया, "दोपहर 2 बजे रावली कट के पास एक होंडा सिटी कार ने एक कांवड़िए को छू दिया, जिससे कांवड़िए आक्रोशित हो गए और उन्होंने होंडा सिटी कार में तोड़फोड़ की. इस पूरी घटना में संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है."
3. मेरठ, उत्तर प्रदेश
26 जुलाई 2024
तीसरी घटना उत्तर प्रदेश के मेरठ की है जहां कुछ कांवड़ियों ने पहले एक कार के साथ तोड़फोड़ की, फिर उसमें सवार एक मुस्लिम व्यक्ति को बेरहमी से पीटा. आरोप है कि कार रॉन्ग साइड से आ रही थी और जिसने हरिद्वार से जल लेकर लौट रहे इन कांवड़ियों को टक्कर मार दी, जिससे कांवड़ खंडित हो गई.
जिसके बाद कांवड़ियों ने तोड़फोड़ शुरू कर दी और गाड़ी में सवार 4 लोगों को गाड़ी से निकाल कर पीटने लगे. जिसमें से तीन भाग गए और एक कांवड़ियों के हाथ लग गए. कांवड़ियों ने उसके कपड़े फाड़ दिए और लात-घूसे और डंडे से काफी देर तक पीटते रहे. मजिस्ट्रेट और भारी संख्या में पुलिस के जवान मौके पर पहुंचे. तब कावड़ियों ने उसे पीटना बंद किया. लेकिन पुलिस के सामने भी उसे काफी देर तक पकड़ कर रखा.
"दोनों ही पक्ष कोई कार्रवाई नहीं चाहते थे"
मामले पर मेरठ के एसपी सिटी आयुष विक्रम ने कहा, "मामला थाना परतापुर इंटरचेंज के आसपास का है, जहां पर एक एक्सीडेंट हुआ है. एक गाड़ी रॉन्ग साइड से आ रही थी और वो राह चलते लोगों को टच हो गई. इसके चलते आपस में झड़प हुई. गाड़ी के शीशे तोड़ दिए गए. हमारी टीम सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची और दोनों ही पक्षों को शांत कराया. बातचीत के बाद दोनों ही पक्ष कोई कार्रवाई नहीं चाहते थे, इसलिए रवाना कर दिया.
4. मुजफ्फरनगर, उत्तर प्रदेश
25 जुलाई 2024
मुजफ्फरनगर के मीनाक्षी चौक पर कांवड़ियों के एक समूह ने कथित तौर पर एक मानसिक रूप से विक्षिप्त व्यक्ति की पिटाई की और उसे घायल कर दिया. मौके पर मौजूद पुलिस कर्मियों द्वारा मारपीट कर रहे कांवड़ियों को हटाया गया और उस शख्स को बचा लिया गया.
मामले को लेकर एसपी सत्यनारायण प्रजापति ने बताया, "मानसिक रूप से विक्षिप्त व्यक्ति ने एक कांवड़िये की ओर डंडा लहराया था, जिसके बाद कांवड़ियों के एक समूह ने उसकी पिटाई कर दी. उन्होंने आगे कहा कि पीड़ित को प्राथमिक उपचार दिया गया है और उसे निगरानी में रखा गया है. अब स्थिति नियंत्रण में है."
5. मुजफ्फरनगर, उत्तर प्रदेश
24 जुलाई 2024
एक और मामला मुजफ्फरनगर का ही है. जहां पेट्रोल पंप पर सिगरेट पीने से मना किया तो कांवड़ियों ने की तोड़फोड़, कर्मचारियों को भी पीटा. एक कर्मचारी अस्पताल के आईसीयू में है. कई फ्रैक्चर और सिर में चोट आई है. 25 टांके लगे हैं.
मुजफ्फरनगर के मंसूरपुर पेट्रोल पंप के परिसर में सिगरेट पी रहे कुछ कांवड़िए को जब पंप के कर्मचारी मनोज कुमार ने मना किया तो कांवड़ियों उनके कर्मचारियों से बहस करने लगे. मनोज ने अत्यधिक ज्वलनशील स्थान पर धूम्रपान करने के खतरों के बारे में चेतावनी दी. लेकिन मामला आगे बढ़ गया और जल्द ही यह विवाद मारपीट में बदल गया.
मनोज ने खुद को बचाने की कोशिश की और पेट्रोल स्टेशन के सेलरूम की ओर भागकर खुद को अंदर बंद कर लिया. कांवड़ियों के एक समूह ने कमरे के पिछले दरवाजे को तोड़ दिया और मनोज को पकड़ने में कामयाब हो गए.
पेट्रोल पंप के प्रबंधक आशुतोष शर्मा ने क्विंट हिंदी को बताया, "घटना शुरू होते ही आसपास में ठहरे हुए कांवड़ियें इकठ्ठा हो गए. कुल मिलकर 300-400 कांवड़ियां थे. उन्होंने मनोज और अन्य कर्मचारियों को पीटना जारी रखा और सेलरूम सहित परिसर में तोड़फोड़ भी की. उन्होंने एक कंप्यूटर, एक गेट, कैश काउंटिंग मशीन, बायोमेट्रिक मशीन, प्रिंटर, शीशे के ग्लास और कई अन्य वस्तुओं को क्षतिग्रस्त किया. शर्मा ने बताया कि इस घटना में उन्हें लगभग 15-20 लाख रुपये तक का नुकसान हुआ है.
शर्मा ने कहा कि मनोज को कई फ्रैक्चर और सिर में चोट आई है. उन्हें 25 टांके लगे हैं, फिलहाल उनको ICU में भर्ती कराया गया है.
शर्मा की शिकायत पर मंसूरपुर पुलिस स्टेशन में दंगा करने, जानबूझकर चोट पहुंचाने और एसिड का इस्तेमाल करके जानबूझकर गंभीर चोट पहुंचाने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई. शिकायत में शर्मा ने कहा कि उनके स्टाफ पर 40-50 अज्ञात कांवड़ियों ने हमला किया था.
हालांकि घटना के बाद मुजफ्फरनगर पुलिस ने कहा था कि पेट्रोल पंप के कर्मचारियों ने कांवड़ियों द्वारा परिसर में आम गुठली फेंकने पर आपत्ति जताई थी, जिसके बाद यह घटना हुई. पुलिस उपाधीक्षक रामाशीष यादव ने हल्की मारपीट और एक खिड़की का शीशा क्षतिग्रस्त होने की बात बताया था.
6. सहारनपुर
23 जुलाई 2024
अमन कुमार नाम का शख्स अपने जीजा मोनू के साथ बाइक से घर लौट रहा था. इसी दौरान जब दोनों गागलहेड़ी तिराहा से नौगजा पीर क्षेत्र की ओर जा रहे थे तब उसकी बाइक का साइड का हिस्सा एक कावंड़ से टच हो गया. जिसके बाद गुस्साए कांवड़ियों ने बाइक सवार जीजा और साले की पिटाई कर दी.
इस दौरान पुलिस वहां मौजूद दिखी. वीडियो में पुलिस भी दिख रही है. हालांकि बाद में थाना प्रभारी संदीप अधाना ने स्थिति को संभाला.
इस मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है. एसपी सिटी अभिमन्यु मांगलिक ने बताया- गागलहेड़ी थाना क्षेत्र अंतर्गत एक हिंडन का पुल पड़ता है. कांवड़ियों का समूह कांवड़ लेकर हरिद्वार से जल लेकर हरियाणा की तरफ जा रहा थे. पुल की चौराई कम होने की वजह से बाइक से कांवड़ में साइड लग गई. जिसके बाद कांवड़ियों की भीड़ ने विवाद करना शुरू कर दिया. उन लोगों ने बाइक को क्षतिग्रस्त कर दिया.
पुलिस वालों ने कांवड़ियों को समझाया और गंगाजल की व्यवस्था करवाकर उन्हें रवाना किया. बाइक सवारों की शिकायत पर अज्ञात लोगों पर मामला दर्ज किया गया है. अपनी पुलिस शिकायत में, कुमार ने सात कांवरियों का नाम लिया है.
कुमार ने अपनी शिकायत में कहा, ''उनके बोलने के तरीके से वे हरियाणा के लग रहे थे. सात कांवरियों के खिलाफ हत्या के प्रयास, दंगा करने, घातक हथियार से हमला करने समेत अन्य आरोपों में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. उनकी पहचान सचिन, विनोद, बिंदर, सुखविंदर, जगदीप, बूटा और करण सिंह के रूप में हुई.
7. हरिद्वार, उत्तराखंड
23 जुलाई 2024
पुलिस के सामने ई-रिक्शा तोड़ा, ड्राइवर को बुरी तरह पीटा
संजय कुमार अपने ई-रिक्शा से मंगलौर से लिब्बरहेडी जा रहे थे इसी दौरान रास्ते में ई-रिक्शा एक कांवड़िये से टकरा गई. नीचे गिरने से कांवड़िये को हल्की चोट आ गई. जिसके बाद कांवड़िये ने अपने 10-12 साथी कांवड़ियों को बुलाकर पहले एक ई-रिक्शा चालक की जमकर पिटाई की और उसके बाद लाठी-डंडों से ई-रिक्शा में तोड़फोड़ की. इस दौरान पुलिसकर्मी भी कांवड़ियों को समझाते कांवड़ियों को समझाते रहे, लेकिन उन्होंने एक न सुनी और ई-रिक्शा में तोड़फोड़ करते रहे. वहीं घायल ई-रिक्शा चालक को अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया.
इस मामले में पुलिस ने 12 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. इन अज्ञात लोगों पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 115(2)- (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना), 191(2)- (दंगा करना), 324(5)- (खतरनाक हथियारों से स्वेच्छा से चोट पहुंचाना), 351(2)- (आपराधिक धमकी), 352- ( जानबूझकर अपमान करना) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
मंगलौर के रहने वाले पीड़ित संजय कुमार ने FIR में बताया, "ई-रिक्शा से एक कांवड़िये को टक्कर लग गई थी. जिससे उनको हल्की चोट आ गई . जिसके बाद कांवड़िये ने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर उनके साथ मारपीट की और ई-रिक्शा को भी तोड़ डाला."
इस मामले पर हरिद्वार के एसएसपी परमेंद्र सिंह डोभाल ने कहा, "आरोपियों की पहचान की जा रही है."
8. हरिद्वार, उत्तराखंड
23 जुलाई 2024
ट्रक से हल्की टक्कर लगने पर चालक को पीटा, वाहन में की तोड़फोड़
हरिद्वार-दिल्ली हाईवे पर गंगाजल लेकर जा रहे एक कांवड़ यात्री पर बढ़ेडी राजपूतान में 22-23 जुलाई की रात ट्रक की हल्की साइड लगने पर कांवड़ यात्रियों ने हंगामा कर दिया. ट्रक के शीशे तोड़ दिए और ट्रक चालक की पिटाई कर दी. इतना ही नहीं कांवड़ियों ने रोड पर जमकर बवाल भी किया. सूचना पर बहादराबाद थाना पहुंची मौके पर पहुंची तो पुलिस को देख कांवड़ यात्री भाग निकले.
9. मुजफ्फरनगर, उत्तर प्रदेश
21 जुलाई 2024
मुजफ्फरनगर के श्री लक्ष्मी फूड प्लाजा के पास कांवड़ियों की उग्र भीड़ ने पहले आरोप लगाया कि एक कार ने उनके एक साथी को टक्कर मार दी है. और कांवड़ खंडित हो गई. जिसके बाद कावंड़ियों ने कार में तोड़फोड़ शुरू कर दी. इसी दौरान कुछ कांवड़िये कार की छत पर चढ़ गए और कार को तोड़ने लगे. तभी कार चालक खुद को बचाने के लिए एक ढाबे में जा घुसा. फिर कांवड़ियों का एक झुंडा भी ढाबे में पहुंचकर शख्स को ढूंढने लगा. फिर ढाबे के अंदर भी हंगामा और तोड़फोड़ किया. इसके बाद कार चालक को घसीट कर ढाबे से बाहर लाया गया. हालांकि इस दौरान पुलिस
हालांकि पुलिस का कहना है कि आकिब की गाड़ी से कांवड़ के खंडित होने की कोई पुष्टि नहीं हुई है. FIR के अनुसार जब कांवड़ियों से क्षतिग्रस्त कांवड़ के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया.
FIR में सब-इंस्पेक्टर आशुतोष कुमार सिंह ने कहा है कि कांवड़ियों ने ‘जानबूझकर’ कार को रोका और ‘बिना किसी कारण’ उसके ड्राइवर पर हमला किया. उन पर भारतीय न्याय संहिता की धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं, जिनमें स्वेच्छा से चोट पहुंचाना, गलत तरीके से रोकना, सार्वजनिक उपद्रव, दंगा, गैरकानूनी सभा, यातायात में बाधा डालना और शरारत शामिल हैं.
घटना के कुछ घंटों बाद मीडिया से बात करते हुए सर्किल ऑफिसर सदर राजू कुमार साब ने कहा कि किसी कांवड़ के क्षतिग्रस्त होने की कोई पुष्टि नहीं हुई है.
कांवड़ियों की हिंसा का शिकार हुए आकिब बताते हैं, "मैं उस दिन अपने साले को छोड़ने मेरठ आ रहा था, रास्ते में कांवड़ियों ने मुझे बुरी तरह पीटा और मेरी गाड़ी तोड़ दी."
वहीं लक्ष्मी फूड प्लाजा मालिक प्रदीप कुमार के अनुसार, कुछ कांवड़िये उनके रेस्टोरेंट में चाय पी रहे थे, तभी समूह के किसी व्यक्ति को एक अन्य कांवड़िये का फोन आया जो अभी भी सड़क पर था. फोन पर कांवड़िये ने कथित तौर पर रेस्टोरेंट में मौजूद कांवड़ियों से कहा कि वे रेस्टोरेंट के पास नाकाबंदी करके एक खास कार को रोक लें.
प्रदीप ने बताया कि फोन पर कांवड़िये ने कथित तौर पर रेस्टोरेंट में मौजूद कांवड़ियों से कहा कि वे रेस्टोरेंट के पास नाकाबंदी करके एक खास कार को रोक लें. प्रदीप ने आगे बताया कि यह हिंसा लगभग 15 मिनट तक चली. इस दौरान कांवड़ियों ने एक या दो कुर्सियों को नुकसान पहुंचाया, वहीं पुलिस ने और अधिक नुकसान होने से बचा लिया.
10. मुजफ्फरनगर, उत्तर प्रदेश
19 जुलाई 2024
खाने में लहसुन-प्याज का आरोप, ढाबे पर हंगामा और तोड़फोड़
दिल्ली-देहरादून हाईवे पर स्थित ताउ होक्के वाले ढाबे पर कांवड़ियों ने खाने में लहसुन और प्याज का तड़का लगाने का आरोप लगाते हुए खूब हंगामा किया. आक्रोशित कांवडियों ने ढाबे की कुर्सियां और शीशे तोड़ दिए. कांवड़ियों के हंगामे के बाद आरोपी कर्मचारी मौके से फरार हो गए. मौके पर पुलिस द्वारा पहुंचकर तत्काल मामला शांत कराया गया.
इंडियन एक्स्प्रेस के रिपोर्ट के अनुसार ढाबा मालिक प्रमोद कुमार ने कहा, "मैं पिछले कई सालों से ये ढाबा चला रहा हूं. और मुझे नहीं पता था कि कांवड़िया खाने में प्याज का इस्तेमाल नहीं करते हैं. मैं अपने बिजनेस को नुकसान से बचाने के लिए आगे से इस बात का ध्यान रखूंगा."
वहीं घटना में शामिल एक कांवड़िये हरिओम ने दावा किया कि "हमने रसोइए से पूछा कि क्या वो बिना प्याज और लहसुन का खाना बना रहा है. तो उसने बताया कि वह खाना बनाते समय इनका इस्तेमाल नहीं करेगा. लेकिन इसके बावजूद हमें करी में प्याज के टुकड़े मिले. हम अपने गांव में भगवान शिव को पवित्र जल चढ़ाने तक खाने में प्याज और लहसुन का इस्तेमाल नहीं करते हैं."
मुजफ्फरनगर एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापति ने बताया, "हरिद्वार से जल उठाकर गाजियाबाद की ओर जा रहे कांवड़ियों के एक जत्था ने छपार थाना अंतर्गत एक ढाबे पर खाने का ऑर्डर दिया था. खाना बिना प्याज-लहसुन का ऑर्डर किया गया था, लेकिन ढाबा कर्मचारियों ने कन्फ्यूजन की वजह से कांवड़ियों को प्याज-लहसुन का खाना परोस दिया. इसको लेकर कांवड़ियों द्वारा आपत्ति जाहिर की गई थी और उनके द्वारा वहां पर कुछ तोडफोड भी की गई."
11. बिजनौर, उत्तर प्रदेश
18 जुलाई 2024
बिजनौर में तीन कावड़ियों को 6 लड़कों ने पीटा, तीन आरोपी गिरफ्तार
हरिद्वार से गंगाजल लेकर वापस लखीमपुर खीरी लौट रहे 3 कांवडियों के साथ बिजनौर कथिततौर पर 6 अज्ञात लड़कों ने मारपीट की और गाली-गलौज किया. घटना के बाद कावड़ियों ने स्थानीय थाने में शिकायत दर्ज कराई. नगीना पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता के धारा 115(स्वेच्छा से चोट पहुंचाना), 352- (जानबूझकर अपमान) और 191(2)- (दंगा करना) के तहत अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर एक नाबालिग समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
पीड़ित ने FIR में बताया कि थाना कोतवाली देहात क्षेत्र स्थित पैट्रोल पम्प के पास बाइक और स्कूटी सवार अज्ञात लड़कों ने आकाश, उसके साथी राहुल और अंशु के साथ मारपीट की और गाली गलौच करते हुए फरार हो गए. तीनों साथी बाइक से हरिद्वार से गंगाजल लेकर वापस लखीमपुर खीरी जा रहा थे.
मामले पर बिजनौर के एसपी देहात राम अर्ज ने बताया, "टीमें गठित कर सीसीटीवी फुटेज आदि की मदद से आरोपियों की पहचान की गई. चेकिंग के दौरान दो आरोपी सुहेल, अदनान और एक नाबालिग को पुलिस ने हिरासत में लिया. पुलिस द्वारा अभियुक्तों से पूछताछ की जा रही है. घटना में शामिल शेष अभियुक्तों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं."
22 जुलाई से शुरू हुई यह वार्षिक कांवड़ यात्रा 6 अगस्त को समाप्त होगी. उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश सरकारों ने तीर्थयात्रियों की भारी भीड़ को संभालने के लिए व्यवस्था तो की है. लेकिन फिर भी इस तरह की घटनाएं पिछले कुछ दिनों से आम हो गई है.
योगी आदित्यनाथ की अपील
वहीं इस दौरान उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कांवड़ियों से अपील भी की है. उन्होंने कहा है, "मेरा सभी भक्तों से विनम्र निवेदन है कि हमलोग सभी शिव भक्त हैं, महादेव की विशेष कृपा हम पर रही है और हम निरंतर यही प्रार्थना करते हैं कि उनकी कृपा हमेशा बनी रहे. कोई भी साधना बिना आत्म-अनुशासन के पूरी नहीं होती है. सुगम और सुरक्षित यात्रा के लिए न केवल हमें अंत:करण से बल्कि बाहरी रूप से भी उस पूरी प्रक्रिया में हमें लीन होना पड़ेगा. शिव बनने के लिए शिव जैसी साधना भी चाहिए, उस प्रकार का आत्म अनुशासन भी चाहिए और तब यह कांवड़ यात्रा न केवल श्रद्धा और प्रतीक के रूप में बल्कि आम जन के व्यापक विश्वास की प्रतीक बनकर उभरेगी जैसा कि इस समय हमलोग देख रहे हैं."
इनपुट- अमित सैनी
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