कर्नाटक सरकार ने 1 जून से राज्य के मंदिरों को खोलने की घोषणा की है. चौथे लॉकडाउन का अवधि 31 मई को समाप्त हो रही है, जिसके बाद राज्य सरकार ने मंदिर खोलने की बात कही है. इसके लिए सरकार ने एसओपी भी तैयार कर लिया गया है. लेकिन मंदिर खोलने के लिए अंतिम निर्णय केंद्र सरकार लेगी. केंद्र के निर्णय के बाद राज्य में मंदिर खुल सकेगा. केंद्र सरकार ने इससे पहले चौथे लॉकडाउन में भी मंदिर न खोलने की हिदायत दी थी.
मंदिर खोलने के लिए कर्नाटक सरकार ने बनाया SOP
कर्नाटक सरकार ने एक जून से मंदिर खोलने का फैसला किया है, लेकिन सरकार ने ये भी साफ किया है कि, मंदिर खोलने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश का पालन करना होगा. मंदिर में भीड़ की अनुमति नहीं होगी और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा. सरकार ने SOP तैयार कर लिया है लेकिन अभी इसे जारी नहीं किया गया है. बताया जा रहा है कि केंद्र की अनुमति के बाद इसे जारी किया जाएगा.
कर्नाटक के 52 मंदिरों में ऑनलाइन बुकिंग सेवा शुरू की जाएगी. 31 मई तक मंदिर खोलने की सभी तैयारियां कर ली जाएगी.
25 मार्च से बंद है मंदिर
देशव्यापी लॉकडाउन 25 मार्च से शुरू होने के बाद सभी मंदिरों को बंद कर दिया गया. अब दो महीने से मंदिर के कपाट बंद है. हालांकि, पुजारी यहां पूजा कर रहे हैं, लेकिन लोगों को दर्शन करने की अनुमति नहीं है. लेकिन अब कर्नाटक सरकार ने मंदिर खोलने का फैसला किया है. इसके लिए तैयारी भी शुरू कर दी गई है.
बता दें कि कर्नाटक में कोरोना वायरस संक्रमितों के मामले 2 हजार से अधिक है और यहां सात सौ से अधिक लोग ठीक हुए हैं. वहीं, अब तक 40 से ज्यादा लोगों की राज्य में कोरोना से मौत हुई है.
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