जम्मू-कश्मीर में आतंकियों द्वारा आम लोगों को मारने का सिलसिला रूक नहीं रहा है. गुरुवार, 2 जून को जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में आतंकवादियों ने बैंक में घुसकर बैंक मैनेजर विजय बेनीवाल (Vinay Beniwal) की गोली मारकर हत्या कर दी. विजय बेनीवाल राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले के रहने वाले थे. विजय की मौत से पूरे परिवार में कोहराम मचा हुआ, वहीं पिता का रो-रो कर बुला है. पड़ोसियों के घर भी मातम छाया हुआ है.
कल रात ही हुई थी बात- विजय के पिता
विजय के पिता ने बताया कि विजय की सिर्फ तीन महीने पहले ही शादी हुई थी. विजय के पिता ओम प्रकाश बेनीवाल हनुमानगढ़ के नोहर तहसील के एक सरकारी स्कूल में शिक्षक हैं. उन्होंने कहा की मैंने कल रात ही बेटे से बात की थी. आज सुबह 11 बजे जब मैं खाना खा रहा था तो किसी ने मुझे फोन किया और कहा कि टीवी पर खबर चल रही थी कि विजय कुमार को गोली मार दी गई है.
शादी का एल्बम भी नहीं हुआ तैयार- पिता
विजय के पिता ने बताया कि 10 फरवरी को विजय की शादी हुई थी और 10 दिन बाद ही वह नौकरी पर चला गया, अभी तक उसकी शादी का एल्बम भी नहीं बना है. वह हाल ही में अपनी पत्नी को साथ लेकर गया था, तब उसकी पत्नी ने हमसे साथ आने को कहा था लेकिन हमने पर्यटकों की ज्यादा भीढ़ के चलते मना कर, उससे अगली बार आने को कहा.
विजय कुमार के पिता ने बताया कि दूर-दराज के छोटे-छोटे बैंकों में पीओ मैनेजर होता है. विजय एग्जाम की तैयारी कर रहा था, ताकि उसमें पास होकर ब्रांच मैनेजर बन सके और ट्रांसफर लेकर दूसरे राज्य जा सके. हम चाहते थे कि वह राजस्थान वापस आ जाए. लेकिन भगवान को कुछ और ही मंजूर था.
हसमुख और सभ्य इंसान था विजय- दोस्त सुशील
विजय की हत्या के बाद उनके परिवार में मातम पसरा हुआ है. सबका रो-रो कर बुरा हाल है, वहीं, उनके पड़ोसियों को भी उनकी मौत का गहरा दुख है. विजय के सहपाठी रहे सुशील कुमार ने बताया कि विजय बहुत सभ्य और हसमुख इंसान था. 10 फरवरी को उनकी शादी हुई थी, और किसी ने बैंक में उन्हें गोली मार दी.
पूरी योजना के साथ की गई विजय की हत्या - पिता
अंत में विजय के पिता ने बताया है कि अभी कुछ दिन पहले ही बेटा अपनी पत्नी को लेकर गया था, तब ऐसा लगा था कि जहां विजय रहता है, वहां ऐसी कोई बात नहीं है. लेकिन आज जिस तरह से विजय की बैंक में गोली मारकर हत्या की, उससे जाहिर होता है कि इसके लिए पहले से योजना बनाई गई थी, इसके बाद घटना को अंजाम दिया गया.
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