जम्मू-कश्मीर में एक DSP की कार से हिज्बुल मुजाहिदीन और लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकियों के पकड़े जाने के एक दिन बाद त्राल में आतंकियों के छिपे होने की खबर मिली थी. इसके बाद सुरक्षाबलों ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया और मुठभेड़ में तीन आतंकियों को मार गिराया. सुरक्षाबलों ने आतंकियों के पास से हथियार और गोला-बारूद बरामद किए हैं.
मारे गए तीन आतंकियों में दो आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन और एक जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े है. इनके नाम है- उमर फैयाज लोन (हिज्बुल मुजाहिदीन), आदिल बशीर मीर (हिज्बुल मुजाहिदीन) और फैजान हमीद भट (जैश-ए-मोहम्मद).
दो आतंकियों के साथ कार में पकड़ा गया DSP
एक दिन पहले शनिवार को अधिकारियों ने जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक डीएसपी को दो खूंखार आतंकियों के साथ हिरासत में लिया था. अधिकारियों के मुताबिक, एयरपोर्ट पर डीएसपी के तौर पर तैनात देविंदर सिंह को लश्कर-ए-तैयबा के टॉप कमांडर नवीद बाबू और हिज्बुल मुजाहिदीन के अल्ताफ के साथ हिरासत लिया गया.
अधिकारियों ने बताया कि हिरासत में लिए गए पुलिस अधिकारी पर आरोप है कि वह आतंकियों को शोपियां इलाके से संभावित तौर पर घाटी से बाहर ले जा रहा था.
यह ऑपरेशन साउथ कश्मीर के डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल अतुल गोयल की निगरानी में हुआ, जिसके दौरान कुलगाम स्थित मीर बाजार में एक पुलिस बैरिकेड पर कार पकड़ी गई. अधिकारियों के मुताबिक, इस कार से दो एके राइफल बरामद हुई हैं. वरिष्ठ अधिकारियों ने इस मामले में डीएसपी की कथित संलिप्तता को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है.
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