देश के पांच राज्यों में बाढ़ से स्थिति गंभीर बनी हुई है. केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात और उत्तराखंड में भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन से 180 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है. भारतीय सेना और नौसेना की टीमों ने भारी बाढ़ प्रभावित महाराष्ट्र और दक्षिण भारतीय राज्यों में फंसे हजारों लोगों को बचाने का अपना बचाव अभियान तेज कर दिया है. महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल और उत्तराखंड के कई जिलों में नदियां अपने किनारों को तोड़कर बह रही हैं, जलाशय खतरे के निशान को पार कर गए हैं और भूस्खलन हो रहे हैं.
बता दें कि साल दर साल बाढ़-बारिश से होने वाली मौतें रुकने का नाम नहीं ले रही हैं. इंडिया स्पेंड की एक रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2018-19 में बाढ़ से जुड़ी प्राकृतिक आपदाओं में 2045 लोगों की मौत हुई. इनमें केरल में 2018 के जलप्रलय में ही 477 या 23 फीसदी लोगों की मौत हुई है. पिछले तीन साल में बिहार में सबसे ज्यादा मौतों की खबरें मिली हैं ,970 या 15 फीसदी मौतें हुईं - इसके बाद केरल (756), पश्चिम बंगाल (663), महाराष्ट्र (522) और हिमाचल प्रदेश (458) का स्थान रहा है.
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देश के अलग-अलग राज्य में आई बाढ़-बारिश से जुड़ी 10 बड़ी बातें
- भारतीय रेलवे ने बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित कर्नाटक, महाराष्ट्र और केरल में राहत सामग्री भेजने पर माल भाड़ा नहीं लेने का ऐलान किया है. मूसलाधार बारिश और बाढ़ के कारण इन राज्यों में लाखों लोग बेघर हुए हैं.
- कर्नाटक में बारिश से संबंधित घटनाओं में चार और लोगों की जान चली गई है. इसके साथ ही मृतकों की संख्या 40 पर पहुंच गई है और राज्य में बाढ़ की स्थिति रविवार को भी गंभीर बनी हुई है.
- कर्नाटक में बाढ़ से प्रभावित 3.14 लाख लोगों को दूसरे स्थानों में ले जाया गया है और उनमें से 2.18 लाख लोग 924 राहत शिविरों में रह रहे हैं.
- केरल में भारी बारिश के कारण मृतकों की संख्या 67 तक पहुंच गई है. सबसे ज्यादा प्रभावित वायनाड जिले में मेपादी और मलप्पुरम जिले में कवलपारा और इसके आसपास के इलाके हैं. वर्तमान में 1,551 शिविरों में 2,27,335 लोगों ने शरण ले रखी है.
- यहां बचाव दल मिट्टी के विशाल ढेर के नीचे फंसे लोगों के शवों को बरामद करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं. मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले दिनों में और ज्यादा बारिश होने की आशंका है.
- उत्तराखंड में बाढ़ के चलते 26 लोगों की मौत हो गई है. सबसे ज्यादा 9 मौतें चमोली जिले में हुई. बद्रीनाथ में बारिश के कारण हालात खराब हैं. बद्रीनाथ हाईवे पर लामबगड़ भूस्खलन क्षेत्र में भारी बारिश के कारण 600 तीर्थयात्रियों को जोशीमठ, गोविंदघाट, पांडुकेश्वर पर रोक दिया गया है.
- महाराष्ट्र में बाढ़ की वजह से कम से कम 12 लोगों की मौत हुई है. महाराष्ट्र के बाढ़ प्रभावित हिस्सों से चार लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. सबसे ज्यादा प्रभावित कोल्हापुर और सांगली जिलों से 3.78 लाख लोग सुरक्षित बाहर निकाले गए हैं.
- पश्चिमी महाराष्ट्र में पिछले एक सप्ताह में पांच जिलों में बारिश से संबंधित घटनाओं में 30 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. इनमें सांगली के ब्रह्मनाल गांव के पास एक नौका पलटने से डूबे 17 लोग भी शामिल हैं.
- गुजरात में भी भारी बारिश ने तबाही मचा रखी है. सूबे में बारिश की वजह से अलग-अलग हादसों में अब तक 24 लोगों की मौत हो चुकी है.
- सेना ने इन राज्यों के बाढ़ प्रभावित 17 जिलों में बाढ़ राहत अभियानों में 3,000 से ज्यादा कर्मियों को तैनात किया है. इन आपातकालीन टीमों ने फंसे हुए लोगों को पेयजल की बोतलें, डब्बाबंद खाना, दूध के पैकेट और दवाईयों की आपूर्ति भी की है.
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