केरल में हुए स्थानीय निकाय चुनावों में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी CPI (M) के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चा बड़ी बढ़त बनाए हुए हैं. ये मुख्यमंत्री पिनारायी विजयन के लिए राहत की बात है. मतगणना बुधवार को अंतिम चरण में पहुंची. विपक्षी कांग्रेस के नेतृत्व वाला युनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट, जिसे शुरू में सुबह 8 बजे शुरू हुई मतगणना के पहले दौर में बेहतर प्रदर्शन करते देखा गया था, लेकिन विजयन सरकार के कई कथित घोटालों का प्रभाव इन चुनावों पर पड़ता नहीं दिख रहा है.
बीजेपी के लिए झटका
बीजेपी के लिए एक बड़ा झटका स्पष्ट था, जो ये वादा करती थी कि वो उच्च सवारी करेंगे, लेकिन अपनी अपेक्षाओं को उस स्तर तक ले जाने में भी विफल रही. कांग्रेस के लिए झटका कोच्चि नगर निगम में आया, जहां कांग्रेस के मेयर प्रत्याशी एन. वेणुगोपाल अपने बीजेपी प्रतिद्वंद्वी से सिर्फ एक वोट से हार गए, और वाम मोर्चा को झटका तिरुवनंतपुरम नगर निगम में आया, जहां मौजूदा मेयर के. श्रीकुमार हार गए.
त्रि-स्तरीय स्थानीय निकाय संरचना में, रुझानों से संकेत मिलता है कि राज्य के छह निगमों में, वाम मोर्चा ने कोल्लम, कोझीकोड और तिरुवनंतपुरम में आसान जीत हासिल की, जबकि कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ ने त्रिशूर, कन्नूर और कोच्चि में अच्छा प्रदर्शन किया है. नगरपालिकाओं में, यूडीएफ 45 में आगे है, एलडीएफ 35 में और बीजेपी चार में आगे है.
14 जिलों में से 10 में वाम मोर्चा आगे है और यूडीएफ चार में आगे चल रहा है. ब्लॉक पंचायतों में, एलडीएफ 108 में आगे है, जबकि यूडीएफ 44 में। ग्राम पंचायतों में, एलडीएफ 514 में आगे है और यूडीएफ 377 में जबकि बीजेपी 22 में. अंतिम नतीजे देर रात में आने की संभावना है.
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