केरल के सबरीमाला मंदिर में सभी उम्र की महिलाओं की एंट्री का रास्ता सुप्रीम कोर्ट से साफ हो जाने के बाद मंदिर दूसरी बार ‘दर्शन' के लिए खुल रहा है.
सबरीमाला मंदिर विशेष पूजा-अर्चना के लिए सोमवार को खुलने से पहले पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम कर लिए हैं. पुलिस ने भगवान अयप्पा के मंदिर और आसपास के इलाकों में चार से ज्यादा लोगों के इकट्ठा होने पर रोक लगा दी है.
पिछले महीने 10 से 50 साल की महिलाओं को मंदिर में एंट्री देने के विरोध में हिंसक प्रदर्शन हुए थे.
पंबा, निलक्कल, इलावुंगल और सन्निधानम में शनिवार की मध्य रात्रि से 72 घंटे के लिए सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर की गई है.
मंदिर सोमवार को शाम 5 बजे विशेष पूजा ‘श्री चितिरा अट्टा तिरूनाल' के लिए खुलेगा और उसी दिन रात 10 बजे बंद हो जाएगा. तांत्री कंडारारू राजीवारू और मुख्य पुजारी उन्नीकृष्णन नम्बूदिरी मंदिर के कपाट संयुक्त रूप से खोलेंगे और श्रीकोविल (गर्भगृह) में दीप जलाएंगे.
पुलिस ने कहा कि इस बार सुचारू रूप से ‘दर्शन' के लिए 2300 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है, जिनमें 20 सदस्यीय कमांडो टीम और 100 महिलाएं शामिल हैं. इस तरह की किलेबंदी का पूर्ववर्ती शाही परिवार पंडालम, बीजेपी और कांग्रेस ने विरोध किया है.
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