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18 साल में रिश्तेदार का कत्ल,मोस्ट वांटेड गैंगस्टर, हरविंदर सिंह कैसे बना आतंकी

KTF Harvinder Singh Sandhu: माना जाता है कि हरविंदर सिंह संधू उर्फ रिंडा ISI के संरक्षण में लाहौर में छिपा हुआ है.

Published
भारत
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गृह मंत्रालय (MHA) ने हरविंदर सिंह संधू उर्फ रिंडा को आतंकवादी और खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) और जम्मू-कश्मीर गजनवी फोर्स (JKGF) को आतंकवादी संगठन घोषित किया है. शुक्रवार को गृहमंत्री अमित शाह द्वारा समीक्षा बैठक के बाद इस संबंध में आदेश जारी किया गया. इन दोनों संगठनों को आतंकवादी संगठन घोषित करने के साथ ही UAPA की पहली अनुसूचि के तहत अब कुल 54 नामित आतंकवादी और 44 नामित आतंकवादी संगठन हो गए हैं.

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कौन है हरविंदर सिंह संधू?

मोस्ट वांटेड गैंगस्टर

हरविंदर सिंह संधू उर्फ रिंडा (35) पंजाब और देश में हुई कई जगहों पर विभिन्न आतंकवादी घटनाओं का सरगना रहा है. माना जाता है कि वो वर्तमान में ISI के संरक्षण में लाहौर में छिपा हुआ है. रिंडा पंजाब के तरनतारन जिले से ताल्लुक रखता है और राज्य के विभिन्न शहरों और कस्बों में हत्या, कॉन्ट्रैक्ट किलिंग,डकैती,जबरन वसूली और छिनौती के 26 से अधिक मामलों में वांटेड है. उसके खिलाफ UAPA के तहम भी केस दर्ज हैं, वो भारत के सबसे मोस्ट वांटेड गैंगस्टरों में से एक था.

10 लाख रुपये का इनामी गैंगस्टर

जून, 2022 में इंटरपोल ने रिंडा के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था. इसके अलावा NIA ने उस पर 10 लाख का इनाम भी घोषित किया था. जर्मनी और कनाडा में खालिस्तानी गुर्गों के संपर्क में आने के बाद, वो 2018 से ISI के संपर्क में था. पुलिस सूत्रों के अनुसार, रिंडा नेपाल के रास्ते भारत से भाग गया और 2020 में एक फर्जी पासपोर्ट पर परिवार के साथ पाकिस्तान पहुंच गया.

लुधियाना कोर्ट ब्लास्ट में शामिल

सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक, साल 2022, मार्च में पंजाब के नवांशहर CIA ऑफिस हैंड ग्रेनेड हमले और रूपनगर में एक पुलिस चौकी के बाहर हुए हमले के पीछे भी रिंदा का हाथ है. माना जाता है कि वह लुधियाना कोर्ट ब्लास्ट में भी शामिल था.

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18 साल की उम्र में की थी रिश्तेदार की हत्या

जानकारी के अनुसार, रिंडा 11 साल की उम्र में अपने परिवार के साथ महाराष्ट्र चला गया था. पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, 'गैंगस्टर से आतंकवादी बने' रिंडा ने 18 साल की उम्र में पारिवारिक विवाद को लेकर कथित तौर पर एक रिश्तेदार की हत्या कर दी थी. इसके बाद से उसने कथित रूप से जबरन वसूली का रैकेट चलाना शुरू कर दिया और महाराष्ट्र के नांदेड़ साहिब में व्यापारियों से लूटपाट की.

बड़ी घटनाओं में रिंडा का हाथ

डोजियर के अनुसार, रिंडा चंडीगढ़ पुलिस को विवेक पंडित हत्याकांड (2016), देसराज सिंह हत्याकांड (2017) और होशियारपुर सरपंच सतनाम सिंह (2017) की हत्या में वांटेड है. रिंडा पर 2016 में पंजाब यूनिवर्सिटी (PU) में हुई गोलीबारी की घटना में कथित रूप से शामिल होने का भी आरोप है.

SHO को दी थी धमकी

इससे पहले, उसने 2014 में पटियाला सेंट्रल जेल के जेल कर्मचारियों पर हमला किया था और पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, PU का छात्र बनकर उसने सेक्टर 11 पुलिस स्टेशन में चंडीगढ़ के SHO को भी धमकी दी थी. पिछले साल जून में नांदेड़ में एक बिल्डर संजय बियानी की हत्या के पीछे भी रिंडा का हाथ होने का संदेह है. वो दिलप्रीत सिंह बाबा के साथ 2018 में गायक परमीश वर्मा पर हुए हमले में भी कथित रूप से शामिल था.

सिद्धू मूसे वाला हत्याकांड का मास्टरमाइंड और 2015 के बेअदबी मामले में आरोपी प्रदीप कुमार की हत्या की जिम्मेदारी लेने वाले कनाडा के गैंगस्टर गोल्डी बराड़ को रिंडा का सहयोगी माना जाता है.

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