किरण बेदी को पुडुचेरी के उपराज्यपाल पद से हटाए जाने की खबर सामने आ रही है. उनकी जगह तेलंगाना के राज्यपाल को अतिरिक्त प्रभार दिया गया है.
पुडुचेरी में कई राजनीतिक उठापटक देखने को मिल रहे हैं. एक तरफ कांग्रेस के चार विधायकों का इस्तीफा आया है जिसके बाद नारायणसामी की अगुवाई वाली सरकार संकट में है. राहुल गांधी के दौरे के पहले ये उठापटक शुरू हुई है.
वहीं नारायणसामी सरकार और किरण बेदी के बीच मतभेद की खबरें आती ही रहती थीं. हाल ही में समाज कल्याण मंत्री कंधासामी ने एक वीडियो जारी करते हुए आरोप लगाया था कि पिछले पांच सालों से, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उपराज्यपाल किरण बेदी ने पुडुचेरी में कांग्रेस-डीएमके सरकार के लिए कई अड़चनें पैदा की हैं.
उन्होंने कहा कि चूंकि चुनाव की तारीखों की घोषणा अगले दो सप्ताह के भीतर होने की उम्मीद है, इसलिए मुख्यमंत्री नारायणसामी ने सरकार को भंग करने और चुनाव का सामना करने के बारे में फैसला करने के लिए कैबिनेट बैठक बुलाई है.
किरण बेदी को मई 2016 में पुडुचेरी का उपराज्यपाल बनाया गया था. उनके और मुख्यमंत्री वी नारायणसामी के बीच लंबे समय से तनाव चल रहा था. नारायणसामी बेदी पर ‘अलोकतांत्रिक तरीके से काम करने’ का आरोप लगाते रहे हैं.
पिछले महीने NDTV से बातचीत में सीएम नारायणसामी ने कहा था, "किरण बेदी को हटाने की मांग नई नहीं है. 2019 दिसंबर में भी हम लोग उन्हें पद से हटाने की मांग को लेकर राज भवन के सामने धरने पर बैठे थे."
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